मेंटल और फिजिकल हेल्थ दोनों को इंप्रूव करने में कौंच के बीज बहुत अधिक फायदेमंद रहते हैं. खासतौर पर आज की पीढ़ी को इन बीजों से तैयार पाउडर का सेवन जरूर करना चाहिए. क्योंकि 22 या 24 की उम्र से ही आज की पीढ़ी के युवा बढ़ी संख्या में सिटिंग जॉब में व्यस्त हो जाते हैं और फिर इनकी रुटीन लाइफ में हर दिन 8 से 10 घंटे लैपटॉप और कंप्यूटर की स्क्रीन पर गुजरते हैं.
ऐसी लाइफस्टाइल का बुरा असर इन युवाओं की पर्सनल हेल्थ पर भी पड़ता है. यही कारण है कि आज के समय में ज्यादातर युवाओं को शादी के बाद पर्सनल लाइफ में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. गर्ल्स को जहां कंसीविंग में दिक्कतें आने लगती हैं, वहीं बॉयज में स्पर्म काउंट कम होना, सीमेन क्वालिटी ठीक ना होना, लिबिडो की कमी जैसी कई समस्याएं होने लगी हैं.
ऐंटिऑक्सिडेंट्स से भरपूर होते हैं
ऐंटी-माइक्रोबियल होते हैं. यानी बैक्टीरिया, वायरस, फंगस से बचाते हैं.
शरीर में सूजन की समस्या को दूर करते हैं
कौंच के बीजों में पाए जाने वाले पोषक तत्व
जिंक
कॉपर
फॉस्फोरस
मैग्निशियम
आयरन
सोडियम
पोटैशियम
प्रोटीन
कैल्शियम
फाइबर
कौंच के बीज के खाने के फायदे
इंफर्टिलिटी की समस्या दूर होती है
स्पर्म क्वालिटी को बेहतर बनाए
लिबिडो (सेक्स ड्राइव) को बेहतर बनाए
जॉइंट्स मजबूत बनते हैं और जोड़ों के दर्द की समस्या भी दूर होती है
पार्किंसन्स की समस्या में बहुत लाभ मिलता है
ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है
कौंच के बीजों का उपयोग कैसे करें?
कौंच के बीजों से तैयार पाउडर आपको आसानी से किसी भी आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर पर मिल जाएगा.
दिन में एक बार या तो सुबह के समय या फिर रात को सोने से पहले आप इसका सेवन करें.
कौंच के पाउडर को शुरुआत में एक चौथाई चम्मच और फिर आधा चम्मच एक गिलास गुनगुने दूध में मिलाकर लेना है.
इस बात का ध्यान रखें कि कौंच के बीजों से तैयार पाउडर आपको बीमारियों से बचाने में लाभ करता है. लेकिन इसका अर्थ यह बिल्कुल नहीं है कि ये किसी बीमारी का इलाज है. आप इसे न्यूट्रिशनल सप्लिमेंट के रूप में ही लें, जो डेली इनटेक को पूरा करने में मदद करेगा. किसी दवाई के रूप में इसे ना लें. यदि आपको कोई बीमारी पहले से है और इसका इलाज चल रहा है तो कौंच के बीजों के पाउडर का सेवन किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से बात करने के बाद ही लें.
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