त्वचा में जरूरत से ज्यादा खुजली को कई बार हम अनदेखा कर देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्किन में खुजली, जलन लिवर से जुड़ी कई परेशानियों की तरफ इशारा करते हैं. वसा, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट को मेटाबोलाइज करता है और ग्लाइकोजन, विटामिन और खनिजों को भी स्टोर करता है. त्वचा में चकत्ते पड़ना फैटी लीवर रोग लीवर से जुड़ी सबसे आम बीमारियों में से एक है. यह तब होता है जब लिवर में वसा का निर्माण बढ़ जाता है.
फैटी लिवर की बीमारी को दो अलग-अलग तरह से देखा जा सकता है. नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज और अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज, जिसे अल्कोहलिक स्टीटोहेपेटाइटिस भी कहा जाता है. फैटी लिवर आमतौर पर अधिक वजन वाले या मोटे लोगों में देखा जाता है. एल्कोहॉलिक फैटी लिवर रोग अत्यधिक शराब पीने के कारण होता है, जिससे लिवर में वसा का निर्माण होता है. दोनों ही लिवर को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं.
ध्यान देने वाले सबसे आम लक्षण
फैटी लिवर बीमारी के कुछ सबसे आम लक्षणों में शामिल हैं: – पेट में दर्द या सूजन, पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में भारीपन, मतली, भूख न लगना या वजन कम होना – पेट और पैरों में सूजन, थकान शामिल है.
एनएचएस इंफॉर्म के अनुसार सिरोसिस लगातार लंबे समय तक लीवर को खराब कर रहा है. यह लीवर को ठीक से काम करने से रोकता है. सिरोसिस के कारण होने वाले नुकसान को उल्टा नहीं किया जा सकता है और हो सकता है कि आपका लिवर काम करना बंद कर दे. सिरोसिस के तीन सबसे आम लक्षण त्वचा पर दिख सकते हैं.
लीवर की बीमारी किसी को भी हो सकती है, कुछ लोगों को दूसरों की तुलना में अधिक खतरा हो सकता है. फैटी लिवर रोग खतरा कई कारण में शामिल हैं:- अधिक वजन वाले या मोटापे से ग्रस्त लोग- टाइप 2 मधुमेह या इंसुलिन प्रतिरोध से पीड़ित लोग- मेटाबोलिक सिंड्रोम वाले लोग- कुछ दवाओं पर लोग इसके अलावा, जो लोग शराब पीते हैं, धूम्रपान करते हैं, उन्हें इस बीमारी का खतरा ज्यादा होता है.
एक स्वस्थ आहार चुनना जरूरी है जिसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज और स्वस्थ वसा शामिल हों. स्वस्थ वजन बनाए रखने को प्राथमिकता देनी चाहिए. फैटी लिवर डिजीज जैसी पुरानी बीमारियों को दूर रखने के लिए नियमित व्यायाम और कसरत जरूरी है. इसके अलावा, लोगों को शराब पीने और धूम्रपान जैसी आदतों को छोड़ देना चाहिए.
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