अंगूठे और कलाई में अचानक मरोड़ या दर्द को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए. अगर इसका सही वक्त पर इलाज नहीं किया गया तो क्योंकि यह आगे जाकर गंभीर रूप ले सकता है. यदि इसका इलाज सही से नहीं किया गया तो इसके लक्षण आपके हाथ और कलाई के बनावट को बिगाड़ सकते हैं. ‘ओन्लीमायहेल्थ’ टीम के मुताबिक कलाई में दर्द अक्सर मोच या अचानक लगी चोट के फ्रैक्चर के कारण होता है. उन्होंने आगे कहा कि बार-बार स्ट्रेस टेंशन में रहने के कारण भी हाथ की कलाई में दर्द होने लगता है. ऑस्टियोआर्थराइटिस और कार्पल टनल सिंड्रोम जैसी लंबी बीमारियों के कारण भी अंगूठे, तर्जनी अंगुली में सुई चुभने जैसा दर्द होने लगता है.
जोड़ों में दर्द गठिया के कारण भी हो सकता है
मांसपेशियों में सूजन होने लगता है. जिसके कारण इसमें दर्द होने लगता है. यह तब हो सकता है जब आपका वजन ज्यादा बढ़ गया है. यह ब्लड सर्कुलेशन को भी सिकुड़ता है. कलाई और अंगूठे के तरफ से जो ब्लड सर्कुलेशन गुजरता है यह उसे प्रभावित करती है. यह दर्द रुमेटीइड गठिया या अन्य प्रकार के सूजन संबंधी गठिया के कारण भी हो सकता है.
कलाई में दर्द के शुरुआती लक्षणों के बारे में जानें
हाथ सुन्न होना
चुभन और सुइयों का अहसास
हाथ का अनाड़ीपन
रात में हाथ में दर्द होना
हाथ की कमजोरी
कलाई की कमजोरी
टेनोसिनोवाइटिस की बीमारी
डी क्वेरेन की टेनोसिनोवाइटिस एक दर्दनाक स्थिति है जो कलाई के अंगूठे की तरफ के टेंडन को प्रभावित करती है. यह अंगूठे के आसपास फ्लेक्सर पोलिसिस लॉन्गस (एफपीएल) नामक टेंडन में अंगूठे के जोड़ों में दर्द का कारण बनता है. और कलाई और अग्रबाहु के अंदर दर्द, कोमलता और हाथ में कमजोरी का कारण बनता है. डी कर्वेन के टेनोसिनोवाइटिस का मुख्य कारण बार-बार दोहराई जाने वाली या लंबे समय तक चलने वाली गतिविधियां हैं जिनमें अंगूठे और कलाई शामिल होती हैं. जैसे बार-बार पकड़ना, उठाना या मोड़ना. अन्य कारक जो इस स्थिति में योगदान कर सकते हैं उनमें हार्मोनल परिवर्तन, चोट या सूजन संबंधी स्थितियां शामिल हैं.
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