अपनी अदाओं से घायल करना उनकी आदत है तो निगाहों से कत्ल करना शगल. … और ‘जेहन’ पढ़ने की कला तो उनके बाएं हाथ का खेल है. लोग उन्हें नेशनल क्रश कहते हैं, लेकिन ब्यूटी विद ब्रेन से नवाजा जाए तो भी कम नहीं. यह अल्फाज-ए-बयां किसी और के बारे में नहीं, बल्कि रश्मिका मंदाना के लिए है, जो एक्टिंग की क्लास में भले ही आज टॉप कर रही हों, लेकिन पढ़ाई-लिखाई के मामले में भी अव्वल नंबरों से पास हुई थीं.
बिना ऑडिशन दिए सिनेमा की क्वीन बनने वाली रश्मिका का जन्म 5 अप्रैल 1996 को कर्नाटक के विराजपेट में हुआ था. दो बहनों में बड़ी रश्मिका अपने माता-पिता की लाडली हैं. ऐसे में उन्होंने अपनी हर ख्वाहिश पूरी करते हुए जिंदगी जीने का फैसला किया और माता-पिता ने भी बेझिझक उनका साथ दिया. बचपन से ही अभिनय का शौक लेकर आगे बढ़ीं रश्मिका ने ज्यादातर बॉलीवुड अभिनेत्रियों से परे अपनी पढ़ाई को दरकिनार कर अभिनेत्री बनने का सपना कभी नहीं देखा था. ऐसे में ‘नेशनल क्रश’ बनीं अभिनेत्री ने पढ़ाई-लिखाई में अव्वल नंबर लाकर अपने माता-पिता का नाम रोशन किया.
स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद रश्मिका ने टेलीविजन एड्स और मॉडलिंग इवेंट्स में काम करना शुरू कर दिया. हालांकि, अपनी पढ़ाई में आगे बढ़ते हुए रश्मिका ने मैसूर के इंस्टीट्यूट ऑफ कॉमर्स एंड आर्ट्स में प्री-यूनिवर्सिटी कोर्स करने के लिए एडमिशन लिया था. यह सब खत्म करने के बाद अभिनेत्री ने बेंगलुरु के रमैया कॉलेज ऑफ आर्ट्स साइंस एंड कॉमर्स में दाखिला लिया और आगे की पढ़ाई पूरी की. कॉलेज में रश्मिका ने साइकोलॉजी, इंग्लिश लिटरेचर और जर्नलिज्म की डिग्री हासिल की.
यह सब करते-करते ही रश्मिका ने राष्ट्रीय स्तर की एक प्रतियोगिता जीतकर साउथ सिनेमा की तरफ अपने कदम बढ़ा दिए. इसे जीतने के बाद रश्मिका की तस्वीर जब अखबार में छपी तो कन्नड़ फिल्म निर्माता उनकी मनमोहक मुस्कान पर मोहित हो गए. ऐसे में उन्होंने रश्मिका से संपर्क किया. बस फिर क्या था हो गई अभिनेत्री की सिनेमा में एंट्री. किसी भी तरह का कोई भी ऑडिशन दिए बिना रश्मिका ने साल 2016 में आई फिल्म ‘किरिक पार्टी’ से सिनेमा की दुनिया में अपना डेब्यू किया. इसके बाद वह एक के बाद एक फिल्में करते हुए आगे बढ़ती गईं. रश्मिका के करियर को पंख देने का काम साल 2021 में आई फिल्म ‘पुष्पा’ ने किया, जिसमें ‘श्रीवल्ली’ बन उन्होंने पूरे भारत में तारीफ लूटी.
यह भी पढे –