क्या आपने कभी गौर किया है कि महिलाओं को अक्सर वजन घटाने में मुश्किल का सामना करना पड़ता है, गौर करेंगे तो पाएंगे कि एक कपल एक साथ वजन कम करना शुरू करते हैं लेकिन पुरुष के मुकाबले महिला को वजन कम करने में ज्यादा मुश्किल होती है, दरअसल पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का मेटाबॉलिक रेट कम होता है,महिलाएं शारीरिक कामों के लिए कम कैलोरी का यूज करती है और बची हुई कैलोरी फैट के रूप में शरीर में जमा हो जाती है, वहीं पुरुषों के शरीर में फैट के मुकाबले मसल्स ज्यादा होती हैं, जिसकी वजह से उनका बॉडी मास इंडेक्स कम हो जाता है.
महिलाओं में फैट ज्यादा होता है-पुरुषों के मुकाबले महिलाओं के शरीर में फैट ज्यादा होता है, ऐसा इसलिए है क्योंकि महिलाएं बच्चों को जन्म देती है, स्तनपान कराती हैं इसके लिए एक्स्ट्रा फैट की जरूरत होती है. यही वजह है कि पुरुषों का मेटाबॉलिज्म महिलाओं के मुकाबले तीन से 10 फीसदी तेज होता है, रिसर्च में ये भी पाया गया है कि पुरुष और महिलाओं को एक जैसी डाइट देने के बावजूद वजन घटाने के मामले में पूर्व ज्यादा बेहतर निकले.
मेनोपॉज-महिलाओं को मेनोपॉज से भी गुजरना पड़ता है,इस दौरान मसल्स और हड्डियों को नुकसान होता है, जिस वजह से शरीर में फैट की मात्रा बढ़ जाती है, मेनोपॉज होने के बाद महिलाओं के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन होते हैं जो इस दौरान ज्यादा असरदार हो जाते हैं.
महिलाएं इमोशनल होती हैं-महिला और इमोशन का बहुत नजदीक का रिश्ता है महिलाएं कोई भी बात दिल से लगा लेती हैं. अब जब महिलाएं इमोशन में आती है तो शरीर कई तरह के हार्मोनल बदलाव से गुजरता है, इससे फैट को कम करना और वजन घटाना मुश्किल हो जाता है.
लीन मसल्स की कमी-जिन लोगों में लीन मसल्स होती है वो दूसरों के मुकाबले ज्यादा कैलोरी बर्न कर पाते हैं,महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में लीन मसल्स ज्यादा होती है जो महिलाओं के मुकाबले बिना ज्यादा कोशिका के ज्यादा कैलोरी बर्न करने में मदद करती है.
इमोशनल ईटिंग की आदत-पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में इमोशनल ईटिंग की आदत ज्यादा होती है, इसके अलावा महिलाओं को मेंस्ट्रुएशन साइकिल के करीब आने पर या पीरियड्स के दौरान खाने-पीने की क्रेविंग बढ़ जाती है, फास्ट फूड, चॉकलेट वगैरह महिलाएं इस दौरान खूब खा लेती हैं, जो वजन घटाने में बाधा बन जाती है.
हार्मोन का लेवल बढ़ना-पुरुष और महिलाओं में अलग-अलग तरह के हार्मोन होते हैं. महिलाओं में एक हार्मोन पाया जाता है जिसका नाम है घ्रेलिन, रिसर्च बताती है कि महिलाओं में वर्कआउट के बाद यह हार्मोन का लेवल बढ़ जाता है जिससे महिलाएं ज्यादा खाने लगती हैं.
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