लोगों को ज्यादा से ज्यादा अपने शरीर को हाइड्रेट रखना चाहिए. चेहरे पर निखार लाना हो या फिर किडनी से जुड़ी कोई समस्या हो पानी सबसे ज्यादा जरूरी है. डॉक्टर भी सेहतमंद जीवन जीने के लिए पानी ज्यादा पीने की सलाह देते हैं. पर क्या आप जानते हैं कि शरीर में ज्यादा पानी पहुंचने से कई बीमारियों पैदा हो सकती है? इन्हीं में से एक है वाटर वेट (Water Weight) की समस्या.
शरीर में जब जरूरत से ज्यादा पानी इकट्ठा हो जाता है जिसकी वजह से आपका वजन एकाएक बढ़ने लगता है उसे वॉटर वेट कहा जाता है. शरीर में ज्यादा पानी पहुंचने से शरीर में सूजन, पेट में फैट जमा होने जैसी समस्या होने लगती है. इसके अलावा ज्यादा नमक के सेवन से भी आपके शरीर में यह समस्या हो सकती है.
सोडियम की अधिक मात्रा: शरीर में जरूरत से ज्यादा नमक ( Sodium) पहुंचने से भी वाटर पेट की समस्या होती है अगर आप नमक ज्यादा खा रहे हैं और पानी कम पी रहे हैं तो यह इंबैलेंस शरीर में एक्स्ट्रा फ्लूड भर देता है.
फिजिकल एक्टिविटी ना करने से भी वाटर वेट (Water Weight)की समस्या हो जाती है. अक्सर लोग लंबे वक्त तक पैर लटका के बैठते हैं या फिर work-from-home की वजह से एक ही जगह पर बैठे रहने से हमारे पैर के एंकल होते हैं वो सूज जाते हैं.
कुछ ऐसी दवाई है जिसके सेवन से वॉटरवेट के शिकार हो जाते हैं. जैसे ब्लड प्रेशर की दवाई लेना एंटीडिप्रेसेंट या फिर केमोथेरपी ड्रग्स लेने से वॉटर रिटेंशन होता है और हमारे शरीर में पानी की मात्रा ज्यादा हो जाती है.
वॉटर वेट कम करने के लिए अपने आहार से चीनी की मात्रा को घटा दीजिए. चीनी आपके शरीर में पानी की मात्रा को बढ़ा सकता है, जिससे आपका शरीर फूला नजर आता है.
नमक का अधिक सेवन से शरीर में पानी अधिक मात्रा में जो रहने लगता है, जिसकी वजह से शरीर में सूजन आने लगती है. ऐसे में वॉटरवेट को काम करने के लिए अपने आहार में नमक को कम करें. शरीर में प्रतिदिन सिर्फ 2300 मिलीग्राम नमक की जरूरत होती है, इससे अधिक मात्रा में सेवन करने से बचना चाहिए.
वाटर वेट कम करने के लिए पोटेशियम युक्त आहार को डाइट में शामिल करें. पोटेशियम शरीर के मसल्स को मजबूत बनाकर नर्वस सिस्टम को भी बेहतर करने का काम करता है.
वॉटर वेट कम करने के लिए जंक फूड, ऑइली फूड का सेवन करने से बचें. इस तरह के आहार का सेवन करने से शरीर में वाटर वेट ( Water Weight) की मात्रा बढ़ सकती है.
यह भी पढे –