जानिए,बेचैनी और घबराहट में फटाफट कर लें इन चीजों का सेवन

कई बार व्यक्ति ऐसी सिचुएशन में आ जाता है कि उसे बेचैनी घबराहट एंजाइटी होने लगती है. यह स्थिति कई बार पानी पीकर खुद को कंसोल करके ठीक हो जाती है, लेकिन कई बार ये बेचैनी और घबराहट ठीक होने का नाम ही नहीं लेती है, लोग इससे काफी परेशान हो जाते हैं और डॉक्टर के पास जाना ही एक आखिरी विकल्प बचता है, दवाइयों से इलाज कराना पड़ता है लेकिन आज हम आपको दवाइयों के साथ कुछ ऐसे होम रेमेडीज बता रहे हैं, जिनको खाने से बेचैनी और घबराहट की समस्या आसानी से कम हो सकती है और आपको कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होगा जानते हैं इसके बारे में

डार्क चॉकलेट को मूड बूस्टर कहा जाता है, इसमें एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा होती है जिसे खाने से बेचैनी और घबराहट को आसानी से दूर किया जा सकता है. डार्क चॉकलेट खाने से चिड़चिड़ापन तनाव और बेचैनी भी आसानी से दूर होती है. यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के रिसर्च में डार्क चॉकलेट और घबराहट डिप्रेशन से जुड़ी यह बात सामने आई थी. इस रिसर्च में अलग-अलग तरह की चॉकलेट खाने वाले कुल 13 हजार 626 लोगों पर सर्वे किया गया था. सर्वे में पाया गया कि चॉकलेट ना खाने वालों की तुलना में जिन लोगों ने 24 घंटे में किसी भी तरह की डार्क चॉकलेट खाई थी, उनके डिप्रेशन संबंधी लक्षणों में 70 फ़ीसदी की कमी पाई गई थी.

हल्दी अपने एंटीबैक्टीरियल एंटीसेप्टिक गुणों के लिए जाना जाता है. हल्दी से डिप्रेशन और घबराहट को भी आसानी से दूर किया जा सकता है. हल्दी में करक्यूमिन की मात्रा पाई जाती है 10 से 80 मिलीग्राम मात्रा मस्तिष्क में सेरोटोनिन और डोपामाइन का स्तर बढ़ाती है. सेरोटोनिन स्तर जब असंतुलित होता है, तब मूड पर भी असर पड़ता है.यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट आफ फार्मास्यूटिकल साइंसेज चंडीगढ़ के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक स्टडी में पाया गया है कि हल्दी और काली मिर्च को मिलाकर इस्तेमाल करने से यह एक नेचुरल एंटीडिप्रेसेंट का काम करता है.

ग्रीन टी भी में भी एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा पाई जाती है, जो घबराहट बेचैनी को दूर करके चिड़चिड़ापन को भी आसानी से दूर करता है. ये असंतुलित हार्मोन को भी ठीक करके शरीर को स्वस्थ रखती है.

ठंडी तासीर की दही गर्मी से राहत पहुंचाने के लिए अमृत के समान मानी जाती है, वहीं बेचैनी और घबराहट में भी इससे फायदा मिलता है, इससे ठंडक का अहसास होता है, तनाव शांत होता है.इसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी एंटीबैक्टीरियल और एंटी ऑक्सीडेंट गुणों का खजाना होता है जो घबराहट और बेचैनी को दूर करने में मददगार होता है. इसमें पाए जाने वाले प्रोबायोटिक्स बेचैनी को दूर करने में मदद करते हैं.

विटामिन सी को मूड बूस्टर से जोड़ा गया है और हम सभी जानते हैं कि नींबू भी विटामिन सी का सबसे बड़ा स्रोत है. मूड में सुधार करने के लिए विटामिन सी बहुत ही महत्वपूर्ण तत्व है, नींबू मे पाए जाने वाले तत्व पेट को शांत करते हैं. पेट को स्वस्थ रखने में भी बड़ी भूमिका निभाते हैं, इसका नींबू पानी बनाकर पीने से मन को शांति मिलती है और मूड भी बेहतर होता है.

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