आजकल की भागदौड़ की ज़िंदगी में सब कुछ बदलता जा रहा है. हमारे सुबह के नाश्ते में पराठे दही की जगह अब वेस्टर्न फूड जैसे ब्रेड बटर और काॅर्न फ्लेक्स दूध आदि ने जगह बना ली है. क्योंकि आजकल लोग मिनटों में खाना चाहते हैं पर उस पर समय देने से कतराते हैं. पर क्या आप जानते हैं कि समय की बचत करने वाले ये व्हाइट ब्रेड जिसने आपके नाश्ते के टेबल पर अपनी जगह पराठे के बजाया ले ली है वह आपकी सेहत के लिए कितना नुकसानदायक हो सकता है. अनजाने में ही आप इसे रोज खा कर अपने शरीर को धीरे धीरे खोखला बना कर खुद को ही नुकसान पहुंचा रहे हैं.
जी हां, दरअसल व्हाइट ब्रेड मैदे से बना होता है. यही कारण है कि इसके सेवन से शरीर को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं. ब्रेड में पाए जाने वाला पोटेशियम ब्रोमेट सेहत के लिए हानिकारक है. इसके लगातार सेवन से आपको स्वास्थ्य संबंधी बड़ी बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में जरूरी है कि आप यह जान लें कि ज्यादा ब्रेड खाने से आपको किन किन दुड्ढ्रभावों का सामना करना पड़ सकता है.
ब्रेड दरअसल चोकर के बिना बनी होती है. इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो खाने के धीमे पाचन को बढ़ाता है. यही कारएा है कि ब्रेड के नियमित सेवन से कब्ज की समस्या का सामना करना पड़ सकता है.
जिन्हें मोटापा कम करना है उन्हें तो खासकर व्हाइट ब्रेड को हाथ भी नहीं लगाना चाहिए. दरअसल यह आपके ब्लड शुगर लेवल को भी बढ़ाता भी है और घटाता भी है. अगर ऐसा होगा तो भूख भी ज्यादा लगेगी जिसके कारण वह बार बार खाएगा और मोटापा बढ़ता जाएगा.
रोज ब्रेड के सेवन से पेट खराब होने की भी आशंका रहती है. व्हाइट ब्रेड एक हाईली स्टार्च उत्पाद है.ब्राउन ब्रेड की तरह इसमें फाइबर नहीं होता. इसके अलावा अधिक मात्रा में ग्लूटन होता है जो पट से जुड़ी रोगों का कारण बनता है. यही कारण है कि आपको पेट दर्द की शिकायत, दस्त, उल्टी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
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