क्या आपने कभी कबाब चीनी खाई है? अगर आपका ध्यान नॉनवेज वाले कबाब की तरफ जा रहा है तो आपको बता दें कि य़े वो कबाब नहीं है बल्कि ये एक तरह का औषधिय मसाला है.श्कल सूरत में ये बिल्कुल काली मिर्च जैसी ही है. इसे कई अलग-अलग नामों से जाना जाता है जैसे शीतलचीनी, पाइपर क्यूबेबा. वैसे काली मिर्च की उत्पत्ति भारत में हुई है लेकिन कबाब चीनी की उत्पत्ति का भारत से दूर-दूर तक नाता नहीं है. ये भारत में चीन से आई है इसलिए इसके साथ देश का नाम भी जुड़ गया है.ये खाने में तो स्वाद जोड़ता ही है साथ ही इससे सेहत को भी कई सारे लाभ है. आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से
कबाब चीनी के फायदे
सर दर्द की समस्या में आप कबाब चीनी का इस्तेमाल कर सकते हैं कबाब चीनी में anti-inflammatory गुण होते हैं जिससे सिर दर्द दूर किया जा सकता है जो लोग माइग्रेन की समस्या से परेशान हैं, उन्हें भी कबाब चीनी का इस्तेमाल करना चाहिए. कबाब चीनी का इस्तेमाल करने के लिए इसके पाउडर बना लीजिए और इसमें नारियल तेल मिलाकर सिर पर मालिश कीजिए इससे सिर दर्द दूर होगा.
थकान दूर करने में भी कबाब चीनी आपकी मदद कर सकता है. कबाब चीनी का पाउडर ले लीजिए इसमें दालचीनी लेमनग्रास मिला दें और दो कप पानी में उबालें. जब पानी आधा रह जाए तो उसे पी लें. इस मिश्रण को पीने से आपको एनर्जी महसूस होगी.
मुंह की बदबू अगर आसानी से दूर करना चाहते हैं तो इसके लिए आप एक चम्मच कबाब चीनी के पाउडर में दालचीनी के साथ मिलाकर एक कप पानी में रख लीजिए. अब आधे घंटे बाद इसी से कुल्ला कर लीजिए मुंह की बदबू दूर हो जाएगी.
सर्दी जुकाम की समस्या में अगर आपको जकड़न की वजह से सांस लेने में परेशानी होती है तो ऐसे में आप कबाब चीनी का तेल डालकर उसकी भाप सूंध सकते हैं. इससे सांस लेने में आसानी होती है और कंजेशन में आराम मिलता है. यह खांसी और ब्रोंकाइटिस के प्रभाव को कम कर देती है.
कबाब चीनी पेट के लिए बेहद फायदेमंद है क्योंकि इसमें पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने की खास क्षमता है. यह कोलेस्ट्रॉल वाले भोजन को पचाने में मदद करती है.
एक अध्ययन में पाया गया है कि कबाब चीनी में फ्लेवोनॉयड और एल्कलाइन की मौजूदगी यूरिन की संरचना को बदलकर गुर्दे की पथरी को कम कर सकती है. कबाब चीनी सिरम यूरिया और क्रिएटिनिन के स्तर को भी कम करता है.
अगर आप वजाइनल डिस्चार्ज की समस्या से परेशान हैं तो भी आप कबाब चीनी का इस्तेमाल कर सकती हैं. कबाब चीनी पाउडर को एक गिलास पानी में मिलाएं और स्प्रे करने वाले बोतल में रखकर प्राइवेट पार्ट पर स्प्रे करें. इससे वजाइनल डिस्चार्ज में काफी कमी आती है.
यह भी पढे –
जानिए,बार-बार सिरदर्द होना चिंता की बात, इसके पीछे हो सकते हैं ये गंभीर कारण