केन्द्र सरकार फेनी पुल को चालू करेंः बिप्लब देब

अगरतला (एजेंसी/वार्ता): भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य और त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने सरकार से मांग की कि दक्षिण त्रिपुरा को बंगलादेश के चटगांव बंदरगाह से जोड़ने वाले डबल-लेन फेनी पुल को चालू किया जाए।

केंद्र सरकार ने त्रिपुरा में तत्कालीन वाम मोर्चा सरकार के एक दशक लंबे आग्रह के बाद, यहां के सबरूम शहर में एक पुल के निर्माण के लिए धन दिया था, जिसका उद्देश्य राज्य के माध्यम से पूर्वोत्तर राज्यों और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देना है। मोदी सरकार ने राज्य को लॉजिस्टिक हब बनाने के लिए विदेशी निवेश लाने के लिए सबरूम में एसईजेड को मंजूरी दी थी, लेकिन अब तक प्रगति नहीं हुई।

देब ने राज्यसभा में मंगलवार को कहा कि पुल का निर्माण बंगलादेश और भारत के बीच व्यापार और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए चटगांव बंदरगाह तक आसान कनेक्टिविटी की सुविधा के लिए किया गया था, लेकिन अभी तक चालू नहीं किया गया है।

उन्होंने कहा कि फेनी पुल के साथ भारतीय पक्ष में एक भूमि सीमा शुल्क स्टेशन (एलसीएस) है, बंगलादेश सरकार ने अभी तक एलसीएस स्थापित नहीं किया है। इस मामले को लेकर त्रिपुरा सरकार ने पहले ही विदेश मंत्रालय के साथ उठाया है। जिसके बाद, बंगलादेश सरकार पूर्वोत्तर राज्यों को चटगाँव और मोंगला बंदरगाहों की सुविधाओं का उपयोग करने की अनुमति देने पर सहमत हुई। देब ने कहा कि ये फेनी पुल चालू होने तक संभव नहीं हो सकता।

दक्षिण त्रिपुरा के साथ फेनी नदी पर फेनी पुल 133 करोड़ रुपये की लागत से बना है, जो 1.9 किलोमीटर लंबा है। यह पुल भारत और बंगलादेश को सड़क मार्ग से जोड़ता है और भारत के पूर्वोत्तर राज्यों से चटगांव बंदरगाह तक पहुंचने के लिए सबसे महत्वपूर्ण उद्यम है।

उन्होंने कहा कि चटगाँव और मोंगला समुद्री बंदरगाहों के उपयोग से त्रिपुरा और कोलकाता बंदरगाहों के बीच की दूरी मेघालय और असम के माध्यम से मौजूदा 1,600 किमी से घटकर 100 किमी से भी कम हो जाएगी। फेनी पुल दक्षिणी त्रिपुरा में भारत के सीमावर्ती शहर सबरूम को बंगलादेश के रामगढ़ से जोड़ दिया है, जिससे अगरतला और चटगांव बंदरगाह के बीच की दूरी केवल 135 किलोमीटर रह गई है।

-एजेंसी/वार्ता

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