स्वतंत्र सिनेमा रचनात्मक स्वतंत्रता के लिए महत्वपूर्ण : अमित साध

‘काई पो चे’, ‘सुल्तान’, ‘गोल्ड’ और ‘ब्रीद’ जैसी कई बेेहतरीन फिल्‍मों से पहचान बनाने वाले अभिनेता अमित साध ने स्वतंत्र सिनेमा और फिल्म निर्माताओं के प्रति अपना आभार व्यक्त किया है। उन्‍होंने कहा कि यह रचनात्मक स्वतंत्रता के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है। अमित हाल ही में येलोस्टोन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में शामिल हुए थे।

एक पैनल चर्चा के दौरान उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि स्वतंत्र सिनेमा को हमारे देश और अन्य जगहों पर अधिक प्राथमिकता दी जानी चाहिए क्योंकि यह रचनात्मक स्वतंत्रता के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण उपकरण है।” उन्होंने कहा, “हाल के दिनों में हमने अद्भुत कहानियां देखी हैं, जिन्हें स्वतंत्र फिल्म निर्माताओं ने अपने उत्कृष्ट शिल्प-सिनेमा के माध्यम से बताया है।”

येलोस्टोन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में यूएस, यूके, फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, भारत, इटली, नीदरलैंड, स्पेन, पाकिस्तान, बेल्जियम, तुर्की, इज़राइल, फ़िनलैंड, न्यूज़ीलैंड, स्वीडन और कई अन्य देशों की फीचर शॉर्ट्स, एलजीबीटीक्यूआईए प्‍लस, महिला सशक्तिकरण, कॉमेडी, हॉरर, लघु और फीचर वृत्तचित्र सहित विभिन्‍न श्रेणियों के तहत 140 फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। यह फेस्टिवल 27 अक्टूबर यानि आज समाप्त होगा।

फेस्टिवल में अमित को ‘ब्रीद इनटू द शैडोज’ के लिए ‘आउटस्टैंडिंग परफॉर्मेंस इन अ रेकरिंग रोल’ का अवॉर्ड भी मिला। फेस्टिवल में बानी जे, अमित साध, दीपक कालरा, सिद्धार्थ चौहान समेत अन्य लोग शामिल हुए। वर्तमान में अभिनेता ‘दुरंगा 2’ में नजर आ रहे हैं, जो लोकप्रिय के-ड्रामा ‘फ्लावर ऑफ एविल’ का भारतीय रूपांतरण है। वह शो में सम्मित पटेल का किरदार निभाते हैं। शो के दूसरे सीजन में गुलशन, दृष्टि धामी, अमित साध, बरखा सेन गुप्ता, राजेश खट्टर की अपनी-अपनी भूमिकाओं को दोहराते हुए वापसी हुई। आठ एपिसोड में फैला, ‘दुरंगा एस2’ जी5 पर स्ट्रीम हो रहा है।

– एजेंसी