प्याज का प्रयोग भारतीय खानों में बेसिक इंग्रेडिएंट के रूप में किया जाता है. लगभग सभी सब्जियों, दाल और मीट आदि की रेसिपी में प्याज का प्रयोग होता ही होता है. प्याज का प्रयोग भारतीय रसोई में खूब होता है उसके बिना शायद ही कोई चटपटी सब्जी बन सकती है. लेकिन यह खाने को जितना लाजवाब बनाता है उतना ही ज्यादा यह काटते समय रूलाता भी है. प्याज काटते समय ज्यादातर लोगों के आंखों में आसू आने लगते हैं. इसका मुख्य कारण, प्याज कटने के दौरान सल्फर गैस का उत्सर्जन होता है, जिसके कारण आंखों में आंसू आने लगते हैं. आइए इससे बचने का उपाय यहां देखते हैं. :
प्याज को पानी में भिगोएं
प्याज को कटने से पहले उसे पानी में थोड़ी देर के लिए भिगो दें. इससे सल्फर गैस की मात्रा कम होगी और प्याज काटते समय आंखों आंसू कम आएंगे.
प्याज को फ्रीजर में रखें
प्याज को कटने से पहले उसे कुछ समय तक फ्रीजर में रख दें. ठंड में रखने से भी सल्फर गैस कम होती है और प्याज काटते समय आंखों में आंसू नहीं आता है.
प्याज पर विनेगर लगा दें.
प्याज काटने से कुछ दे पहले उसे विनेगर के सिरके में डालकर रख दें उसके बाद काटें. विनेगर में एसिड होता है जो प्याज में मौजूद सल्फर कम्पाउंड्स को तोड़ देता है जिससे प्याज की तीव्रता कम हो जाती है. विनेगर में प्याज को कम से कम 15-20 मिनट के लिए भिंगोए.
आलर्जी गोगल्स पहनें
आंसू आने से बचने के लिए प्याज काटते समय आलर्जी गोगल्स पहन सकते हैं. इससे आपके आंखों को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी.
चाकू पर नींबू लगा कर
प्याज काटने से पहले चाकू पर नींबू लगा सकते हैं. नींबू में विटामिन C और एसिड होता है जो प्याज से निकलने वाले रस को ख़त्म कर देता है. नींबू का एसिड प्याज में मौजूद सल्फर कम्पाउंड्स को नष्ट कर देता है जो आंसू लाने के लिए जिम्मेदार होते हैं.
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