छोटे बच्चों की इम्यूनिटी थोड़ी कम होती है इसलिए कई बार वो जल्दी बीमार हो जाते हैं, लेकिन कई बार एक जैसी उम्र के बच्चों में कुछ बच्चे बहुत बीमार रहते हैं और दूसरे थोड़ा कम. इसका संबंध डाइट और से भी है. ऐसे बच्चों की इम्यूनिटी काफी कमजोर होती है.
5 साल तक का बच्चा अगर जल्दी बीमार हो रहा है तो उसके खान पान को पूरा वॉच करें. अगर हफ्ते या 10 दिन में भी आप उसे बाहर का बना पिज्जा, बर्गर या फ्राइज खिलाते हैं तो ये एकदम बंद करें.
बच्चे के नूडल्स, फ्रोजन फ्राइज यहां तक कि ब्रेड, ओट्स और कोई भी ऐसा खाना जिसमें प्रिजर्वेटिव हैं वो उसे ना दें. बेहतर होगा कि उसके सभी मील होममेड और फ्रेशली मेड हों.
चॉकलेट, चिप्स पैक्ज जूस और यहां तक कि चॉकलेट बिस्किट भी कम से कम खिलायें. बच्चों का मन बहलाने के लिये कई बार उनको अगर आप ऐसा सामान देते हैं तो उसे फ्रूट्स, रोस्टेड मखाना, चना या होममेड चिप्स से रिप्लेस करें
बच्चे को अंदर से मजबूत बनाने के लिये उसका डायट चार्ट बनायें और 2-3 महीने के लिये उस पर स्टिक रहें. चार्ट में घर का बना नाश्ता जैसे दलिया, पोहा, परांठा शामिल करें.
जो रुटीन आपने बना रखा है अगर उससे बच्चे को फायदा नहीं मिल रहा, बीमार हो रहा है तो टाइम आ गया है उसे चेंज करने का. बच्चे का खान-पान सुधारें और साथ ही उसके रूटीन को अच्छी तरह ऑब्जर्व करें.
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