आजकल हेयरफॉल यानी बालों का झड़ना बहुत आम हो गया है। यह समस्या सिर्फ उम्र या मौसम से जुड़ी नहीं है, बल्कि आपके शरीर के भीतर चल रही किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकती है। अक्सर हम इसे खराब शैम्पू या प्रोडक्ट्स का असर मानते हैं, लेकिन डॉक्टरों का मानना है कि कई बार बालों का झड़ना अंदरूनी सेहत से जुड़ी समस्या की ओर इशारा करता है।
आइए जानते हैं, डॉक्टरों के अनुसार हेयरफॉल के 5 संभावित कारण क्या हो सकते हैं:
1. थायरॉइड की समस्या
थायरॉइड हार्मोन में गड़बड़ी बालों की ग्रोथ को सीधा प्रभावित करती है। इससे सिर के बाल तेजी से झड़ने लगते हैं, और कई बार भौहों के बाल भी पतले हो जाते हैं। थायरॉइड मरीजों में गंजेपन की शिकायत भी देखी जाती है। अगर बाल तेजी से गिर रहे हैं, तो थायरॉइड टेस्ट जरूर करवाएं।
2. पोषण की कमी
अगर आपकी डाइट में विटामिन B12, D, आयरन और जिंक की कमी है, तो बाल कमजोर होकर टूटने लगते हैं। बालों के झड़ने का सीधा मतलब हो सकता है कि आपके शरीर में इन जरूरी पोषक तत्वों की कमी है। हेल्दी बालों के लिए संतुलित आहार बहुत जरूरी है।
3. तनाव (Stress)
लगातार मानसिक तनाव और चिंता से शरीर में टेलोजेन एफ्लुवियम नामक स्थिति उत्पन्न होती है, जिससे बाल तेजी से झड़ने लगते हैं। स्ट्रेस से इम्यून सिस्टम भी कमजोर होता है, जो हेयरफॉल की बड़ी वजह बनता है।
4. ऑटोइम्यून रोग – एलोपेसिया एरीटा
यह एक ऑटोइम्यून कंडीशन है, जिसमें शरीर की इम्यून सिस्टम खुद बालों की जड़ों पर हमला करती है। इससे सिर या शरीर के अन्य हिस्सों पर पैच में बाल गिरने लगते हैं। इसे नज़रअंदाज़ न करें, शुरुआत में गोल-गोल गंजे पैच दिखते हैं।
5. एनीमिया
आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया भी बाल झड़ने की प्रमुख वजहों में से एक है। शरीर को नए बाल उगाने के लिए प्रॉपर ऑक्सीजन सप्लाई की जरूरत होती है, जो रेड ब्लड सेल्स से मिलती है। अगर शरीर में आयरन कम है, तो बाल कमजोर होकर टूटने लगते हैं।
✅ बचाव के लिए क्या करें?
हर 6 महीने में हेल्थ चेकअप जरूर कराएं।
विटामिन और आयरन युक्त भोजन लें।
पर्याप्त नींद लें और तनाव कम करें।
हेयरफॉल लंबे समय तक बना रहे तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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