हर साल 1 अप्रैल को दुनिया भर में अप्रैल फूल डे मनाया जाता है, जब लोग अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और सहकर्मियों के साथ मजाक करते हैं और इसे हल्के-फुल्के अंदाज में लेते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसी दिन 21 साल पहले Gmail की भी शुरुआत हुई थी? जी हां, Google ने 1 अप्रैल 2004 को Gmail को लॉन्च किया था, जिसने दुनिया में कम्यूनिकेशन के तरीके को पूरी तरह बदलकर रख दिया। आइए जानते हैं Gmail की दिलचस्प कहानी!
Gmail: डिजिटल कम्यूनिकेशन का ऑफिशियल जरिया
Gmail, Google की एक ईमेल सर्विस है, जो दुनियाभर के लोगों को ईमेल भेजने और रिसीव करने की सुविधा देती है। आज के समय में Gmail को ऑफिशियल कम्यूनिकेशन का सबसे महत्वपूर्ण माध्यम माना जाता है। एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स में यह पहले से इंस्टॉल रहता है, जिससे इसकी पहुंच और भी आसान हो गई है।
Gmail को किसने बनाया?
Gmail को अमेरिकी कंप्यूटर इंजीनियर पॉल बुचहाइट ने बनाया था। लेकिन शुरुआत में इसे सिर्फ गूगल के कर्मचारियों के लिए विकसित किया गया था। बाद में इसे आम जनता के लिए 1 अप्रैल 2004 को जारी किया गया।
शुरुआती Gmail का बीटा वर्जन सिर्फ 1GB स्टोरेज के साथ आया था। आज के समय में यह भले ही कम लगे, लेकिन उस दौर में 1GB स्टोरेज किसी बड़ी चीज से कम नहीं था।
मोबाइल ऐप के साथ Gmail की लोकप्रियता बढ़ी
Gmail को शुरू में सिर्फ डेस्कटॉप यूजर्स के लिए लॉन्च किया गया था, लेकिन नवंबर 2006 में इसका मोबाइल ऐप लॉन्च किया गया। इसके बाद से लोग मोबाइल पर भी Gmail का इस्तेमाल करने लगे, जिससे इसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ी।
Gmail आज कहां खड़ा है?
आज Gmail के 1.8 अरब से ज्यादा यूजर्स हैं, और यह दुनिया की सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली ईमेल सर्विस बन चुकी है। समय के साथ Gmail में स्पैम फिल्टर, स्मार्ट रिप्लाई, एआई-आधारित फीचर्स और एडवांस सिक्योरिटी जैसे कई नए अपडेट्स जोड़े गए हैं, जिससे यह और भी उपयोगी बन गया है।
निष्कर्ष
अब जब भी आप 1 अप्रैल को किसी को अप्रैल फूल बनाएंगे, तो याद रखें कि इसी दिन Gmail का भी जन्म हुआ था। यह सिर्फ एक मजाकिया दिन नहीं, बल्कि एक डिजिटल क्रांति की शुरुआत का दिन भी है!
यह भी पढ़ें:
क्या आप भी पीसीओएस से जूझ रही हैं? जानिए इसके कारण और बचाव के उपाय