डॉक्टर हो या कोई भी थोड़ी बहुत जानकारी रखने वाला व्यक्ति हल्दी खाने के फायदे गिनाता है. रात को दूध में एक चम्मच हल्दी खाने से ये एंटीबायोटिक का काम करती है. डाइजेस्टिव सिस्टम को मजबूत बनाती है, साथ ही इम्यून सिस्टम को बूस्ट कर बीमारियों को भगाने का काम करती हैं. कई रिपोर्ट मेें इससे कैंसर से बचाव के एक कारक के तौर पर भी देखा गया है. अकसर आप भी रिपोर्ट में हल्दी के तमाम फायदे ही पढ़ते या सुनते होंगे.
हल्दी में करक्यूमिन पाया जाता है. लिमिट में लेने पर सेहत के लिए पफायदेमंद होता है, लेकिन यदि इसे अधिक ले रहे हैं तो यह नुकसान भी बहुत करता है. ऑक्सलेट की मात्रा अधिक होेने के कारण यह किडनी के काम को प्रभावित कर सकता है.
पथरी आजकल आम समस्या हो चुकी है. जो लोग पहले से ही पथरी की समस्या से परेशान हैं उन्हें हल्दी से दूरी बनानी चाहिए. दरअसल, हल्दी पथरी बनाने का काम करती है. यदि लगातार हल्दी खा रहे हैं तो इससे पथरी की समस्या और गंभीर हो जाती है.
डायबिटीज पेशेंट के लिए हल्दी हानिकारक हो सकती है. डायबिटीक पेशेंट का ब्लड गाढ़ा हो जाता है. इसे पतला करने के लिए डायबिटीज पेशेंट टेबलेट खाते हैं. हल्दी भी ब्लड पतला करने का काम करती है. अधिक ब्लड पतला होने पर गंभीर दिक्कत हो सकती है, इसलिए डायबिटीक पेशेंट को हल्दी खाने से बचना चाहिए.
यदि नाक से ब्लीडिंग होने की समस्या है तो ऐसे लोगों को अतिरिक्त हल्दी नहीं खानी चाहिए. हल्दी ब्लड क्लॉटिंग बनाने की प्रक्रिया स्लो कर देती है. इससे चोट लगने पर ब्लड नहीं रुक पाएगा. ऐसे में परेशानी बढ़ सकती है.
यदि पीलिया की परेशानी बनी हुई है तो हल्दी का सेवन नहीं करना चाहिए. ऐसा करना नुकसानदायक हो सकता है. यदि पीलिया ठीक हो गया है तब भी डॉक्टर की सलाह पर हल्दी खाएं.
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