बच्चे जैसे ही थोड़े बड़े होते हैं उन्हें सर्दी और जुकाम परेशान करने लगता है. खासकर 2 साल के बाद बच्चों को बहुत ज्यादा सर्दी जुकाम होने लगता है. बार-बार छींकने से बच्चों का बुरा हाल हो जाता है. सर्दी जुकाम में बच्चों की नींद की समस्या होने लगती है. कई बार सांस लेने में तकलीफ होती है जिसकी वजह से बच्चा पूरी रात नहीं सो पाता है. एनर्जी की कमी और शरीर में थकान रहती है. इससे लाइफस्टाइल पर बुरा असर पड़ता है.
बार-बार सर्दी-जुकाम के कारण
कमजोर इम्यूनिटी- अगर आपका बच्चा बार-बार बीमार पड़ता है और सीजनल फ्लू या सर्दी-जुकाम होता रहता है तो इसका संबंध इम्यूनिटी से भी हो सकता है. मौसम बदलने पर बच्चे को सर्दी-खांसी हो रही है, तो ये कमजोर इम्यूनिटी का एक लक्षण है. इसके लिए जरूरी है कि बच्चे को इम्यूनिटी बूस्टर चीजें खिलाएं. बच्चे को रोज अदरक और शहद चटाएं और ठंडी चीजों से दूर ऱखें.
एलर्जी- बार-बार जुकाम होना, नाक बहना, आंखों से पानी आना एलर्जिक राइनाइटिस की वजह से भी हो सकता है. अगर बच्चे को बहुत जल्दी ये समस्या होती है तो बीमारी के समय पर डॉक्टर को दिखाएं. ये एलर्जी हो सकती है. अगर समय पर ट्रीटमेंट नहीं लिया तो ये बहुत ज्यादा हो सकती है. जिस चीज से बच्चे को एलर्जी है उससे दूर रखने की कोशिश करें. कोशिश करें बच्चे को रोज रात में स्टीम जरूर दें.
जेनेटिक- अगर घर में किसी को एलर्जी है. बच्चे के माता-पिता या दादा-नाना को एलर्जी है तो ये बच्चे को भी हो सकती है. अगर परिवार में किसी को अस्थमा है तो इसके लक्षण बच्चे में भी आ सकते हैं. इसके लिए जरूरी है कि खांसी और जुकाम होने पर जांच कराते रहें.
सीजनल फ्लू- मौसम बदलने पर सीजनल फ्लू और वायरल की समस्या भी होने लगती है. बच्चे इससे सबसे जल्दी प्रभावित होते हैं.
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