शुगर का पेशेंट बनने के बाद लाइफ में बहुत सारी बंदिशे आ जाती हैं. खासतौर पर खान-पान को लेकर बहुत अधिक सोचना पड़ता है और सतर्क रहना पड़ता है. क्योंकि थोड़ी भी लापरवाही ब्लड शुगर बढ़ा सकती है. हमारे देश में लोगों को चावल खाना बहुत पसंद है. लगभग हर स्टेट और कल्चर में चावल डेली डायट का हिस्सा हैं. लेकिन शुगर होने के बाद चावल भी सोच-समझकर खाने पड़ते हैं. ये उन लोगों के लिए और मुश्किल हो जाता है, जो राइस लवर हैं. वाइट राइस और ब्राउन राइस के अलावा एक और तरह के चावलों का आप सेवन कर सकते हैं. खास बात ये है कि ये चावल आप हर दिन खा सकते हैं और इन्हें खाने से आपका ब्लड शुगर बढ़ेगा नहीं बल्कि कंट्रोल रहेगा.
डायबिटीज हो गई है या फिर आप शुगर होने की बॉर्डर लाइन पर हैं तो आपको हर दिन सफेद चावल खाने से बचना चाहिए. इनकी जगह आपको कभी ब्राउन राइस तो कभी समा के चावलों का उपयोग करना चाहिए.
आप इन चावलों को हर दिन खा सकते हैं. क्योंकि समा के चावलों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) 50 से कम है. यानी ये बहुत तेजी से ग्लूकोज लेवल नहीं बढ़ाते हैं, जिससे ब्लड शुगर कम रहता है. इन चावलों को बार्नयार्ड बाजरा भी कहा जाता है और ये प्रोटीन से भरपूर होते हैं. ऐंटिऑक्सिडेंट्स और फाइटोकेमिकल से भरपूर होने के कारण ये बॉडी को डिटॉक्सिफाई करने का काम भी करते हैं. यानी शरीर से हानिकारक तत्व और गैरजरूरी पदार्थों को बाहर निकालते हैं.
सबसे पहले समा के चावलों को साफ पानी में धो लें.
अब इन्हें 10 से 15 मिनट के लिए भिगोकर रखा रहने दें.
अब इन चावलों को कढ़ाई या भिगोना जैसे किसी खुले बर्तन में पकाएं. आपने जितने चावल लिए हैं, उसका दोगुना पानी रखें और धीमी आंच पर प्लेट से ढककर पकने दें.
ये चावल जले नहीं और एकबराबर पक जाएं इसके लिए इन्हें बीच-बीच में चलाते रहें. जब इनका सारा पानी सूख जाए तब दाल-सब्जी-चटनी और अचार के साथ इन्हें खाएं.
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