पैरों में दर्द एक सामान्य समस्या बन चुकी है। यह दर्द कभी उम्र के बढ़ने की वजह से होता था, लेकिन अब यह समस्या युवाओं और बच्चों में भी देखने को मिल रही है। पैर दर्द के कई कारण हो सकते हैं और अगर इसे नजरअंदाज किया जाए तो यह दर्द लाइफटाइम का बन सकता है। तो आइए जानते हैं पैरों में दर्द के कारण, लक्षण और इसका इलाज।
पैरों में दर्द के कारण:
एक्सरसाइज या मसल्स में खिंचाव: अधिक एक्सरसाइज या शारीरिक श्रम के कारण मसल्स में खिंचाव आ सकता है, जिससे दर्द होता है।
वजन का दबाव: अगर घुटनों से लेकर पैरों के किसी भी भाग पर ज्यादा वजन पड़ता है, तो इससे टिश्यू कमजोर हो सकते हैं और दर्द की समस्या हो सकती है।
गलत जूते पहनना: अगर जूते सही से न पहने जाएं, तो इससे पैर में दर्द हो सकता है। विशेष रूप से छोटे या तंग जूते दर्द का कारण बनते हैं।
वेर्रुकास (Warts): अगर पैर के तलवों में छोटी-छोटी गांठें बनने लगे तो इसे वेर्रुकास कहा जाता है, जो दर्द का कारण बन सकती हैं।
इडिमा (Edema): पैर में सूजन और भारीपन का अनुभव होने पर यह इडिमा कहलाता है। इस स्थिति में पैरों में जलन और दर्द हो सकता है।
वजन बढ़ना: वजन बढ़ने से पैर पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे दर्द होने की संभावना बढ़ जाती है।
पैरों में दर्द के लक्षण:
अचानक दर्द का महसूस होना और धीरे-धीरे बढ़ जाना।
पैर के निचले हिस्से में गांठ का महसूस होना।
पैरों में भारीपन और असहजता का महसूस होना।
मांसपेशियों में खिंचाव के कारण दर्द का अनुभव होना।
पैरों में दर्द से बचाव के उपाय:
सही जूते पहनें: हमेशा मोटे सोल वाले जूते, चप्पल या सैंडल पहनें, ताकि पैरों पर दबाव कम पड़े।
हील्स से बचें: महिलाओं को ज्यादा ऊंची हील्स नहीं पहननी चाहिए, क्योंकि यह पैरों पर अतिरिक्त दबाव डालती है।
वजन कंट्रोल करें: वजन बढ़ने से पैरों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, इसलिए वजन को कंट्रोल में रखना जरूरी है।
वार्मअप करें: एक्सरसाइज करने से पहले हमेशा वार्मअप करें ताकि मसल्स में खिंचाव न हो।
पैरों की सफाई: पैरों की साफ-सफाई का खास ख्याल रखें, जिससे इंफेक्शन से बचाव हो सके।
पैरों के दर्द का इलाज:
गर्म पानी से सिकाई: अगर दर्द 4-5 दिन से ज्यादा हो, तो गर्म पानी से सिकाई करें, जिससे दर्द में राहत मिल सकती है।
प्रेशर कम रखें: जहां दर्द हो, वहां अधिक दबाव न डालें। आराम करने की कोशिश करें।
पेनकीलर न लें: दर्द को कम करने के लिए पेनकीलर न लें, क्योंकि यह अस्थायी राहत देती है, लेकिन समस्या को बढ़ा सकती है।
दूध में हल्दी: दूध में हल्दी डालकर पीने से भी दर्द में राहत मिल सकती है, क्योंकि हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
यह भी पढ़ें:
2025 में आमिर खान का डबल धमाका! नई फिल्मों के साथ यूट्यूब पर भी करेंगे राज