आलू की सब्जी या इससे बनी कोई भी डिश चावल के साथ न खाएं,जानिए क्यों

आलू एक विवादास्पद सब्जी है. इसे लेकर तरह-तरह की बातें अक्सर कही जाती है. फ्राइड आलू हो या स्टीम आळू इसे अक्सर वजन बढ़ाने वाले सब्जी माना जाता है. साथ ही यह भी कहा जाता है कि इसमें फैट की की मात्रा भी काफी ज्यादा होती है. आज हम इसी बात करेंगे कि क्या सच में आलू खाने से वजन बढ़ता है. पोषण के हिसाब के देखें तो आलू एक बैलेंस डाइट का हिस्सा हो सकता है. क्योंकि इसमें फाइबर, विटामिन और आयरन भरपूर मात्रा में होता है. पोषण के हिसाब से क्या आलू वाकई में शरीर के लिए अच्छा है. आलू आपके पूरे डाइट में एक बैलेंस का काम कर सकता है. सिर्फ इतना ही नहीं इसमें कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और कुछ विटामिन के साथ-साथ आयरन होते हैं.

कभी भी आलू को चावल के साथ नहीं खाना चाहिए…जानिए क्यों

इंडिया टूडे में छपी रिपोर्ट के मुताबिक पोषण की दुनिया में आलू को अक्सर खलनायक समझा जाता है. आलू को अक्सर लोग फ्राइड खाने से जोड़कर देखते हैं उनका यह भी मानना है कि इसे खाने से वजन बढ़ता है.आलू में विटामिन सी, आयरन, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस होता है और जिसके कारण इसमें पोषण तत्व भरपूर मात्रा में होते है. यह बिल्कुल भी बुरा नहीं है. लगभग 200 से 150 ग्राम आलू में 150 कैलोरी होगी. इसमें कोई फैट नहीं है. दरअसल इसमें पानी की मात्रा बहुत अधिक होती है. लेकिन इसमें बहुत अधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट भी होता है, इसलिए आपको इसे खाने को लेकर थोड़ा सावधान रहना होगा.उन्होंने सलाह दी कि चावल के साथ आलू मिलाकर न खाएं क्योंकि इससे आपके डाइट में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बढ़ जाएगी. हेल्थ एक्सपर्ट अनुसार, आलू खाने का सबसे अच्छा तरीका उन्हें उबालकर और अन्य सब्जियों और सलाद के साथ छोटे हिस्से में खाना है.

इसके अलावा, आलू को प्रोटीन से भरपूर खाने के साथ नहीं खाना चाहिए. स्टार्च से भरपूर इस सब्जी को प्रोटीन के साथ नहीं मिलाना चाहिए क्योंकि वे एक साथ पच नहीं सकते हैं.तो आप एक सप्ताह में कितने आलू खा सकते हैं? आप हर दिन आराम से आलू खा सकते हैं. आप इसे उबालकर खा सकते हैं या अपनी सब्जियों के साथ मिलाकर खा सकते हैं. लेकिन मैं तले हुए आलू खाने से परहेज करें.

पोषण

आलू विटामिन सी, पोटेशियम और विटामिन बी 6 का अच्छा सोर्स हैं. इनमें फाइबर, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं.

कार्बोहाइड्रेट

आलू कई सारे कार्बोहाइड्रेट से बने होते हैं, जो एनर्जी का एक अच्छा सोर्स हैं. हालाँकि, आलू का ग्लाइसेमिक इंडेक्स एक लेवल से भी अधिक होता है, जिसका अर्थ है कि वे ब्लड में शुगर लेवल को भी बढ़ा सकता है. यही कारण है कि हरी सब्जियों के साथ आलू की खपत को संतुलित करना और खाना पकाने के तरीकों का चयन करना महत्वपूर्ण है जो ब्लड में शुगर लेवल को कंट्रोल कर सके. इस मामले में उबले आलू सबसे अच्छा काम करते हैं.

फाइबर

आलू में घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह के फाइबर होते हैं. फाइबर पाचन में मदद करते हैं, भूख को बढ़ावा देते हैं और ब्लड में शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं. आलू के छिलके खाने से आपके फाइबर की कमी पूरी हो सकती है.

खाना पकाने के तरीके

आलू की सेहत खाना पकाने के तरीकों से प्रभावित हो सकती है. आलू को उबालना, पकाना या भाप में पकाना आमतौर पर तलने की तुलना में हेल्थ के लिए ज्यादा अच्छा हैं, क्योंकि तलने से फैट और कैलोरी बढ़ती है. साथ ही आलू को खट्टे, क्रीम, पनीर के साथ खाने से बचना चाहिए.

हेल्थ के लिए है फायदेमंद

आलू में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं जो सेहत के लिए काफी अच्छा होता है. जैसे इसमें पाए जाने वाले विटामिन यह आपकी इम्युनिटी के लिए अच्छा है. इसमें पाए जाने वाले पोटेशियम आपकी मांसपेशियों के लिए काफी ज्यादा अच्छा है. आलू में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन सी और कुछ फाइटोकेमिकल्स कुछ बीमारियों से बचाए रखने के लिए अच्छा है.

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