राष्ट्र निर्माण में जब सबका साथ होगा तभी सबका विकास संभव : प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में जब सबका साथ होता है, तभी सबका विकास भी हो पाता है। हम इसी भाव से आगे बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री ने मासिक रेडियो कार्यक्रम ”मन की बात” के 107वें संस्करण में रविवार को कहा कि उन्हें संतोष है कि संविधान निर्माताओं के उसी दूरदृष्टि का पालन करते हुए, अब भारत की संसद ने ”नारी शक्ति वंदन अधिनियम” को पास किया है। ये विकसित भारत के हमारे संकल्प को गति देने में सहायक होगा। हम सबका साथ सबका विकास के संकल्प भाव से आगे बढ़ रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने इस दौरान हंसा मेहता की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह भी बहुत प्रेरक है कि संविधान सभा के कुछ सदस्य मनोनीत किए गए थे, जिनमें से 15 महिलाएं थीं। ऐसी ही एक सदस्य हंसा मेहता ने महिलाओं के अधिकार और न्याय की आवाज बुलंद की थी। उस दौर में भारत उन कुछ देशों में था, जहां महिलाओं को संविधान से वोटिंग का अधिकार दिया गया।

मोदी ने कांग्रेस का बिना नाम लिए उनके नेताओं पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि समय, परिस्थिति, देश की आवश्यकता को देखते हुए अलग-अलग सरकारों ने अलग-अलग समय पर संविधान संशोधन किए, लेकिन ये भी दुर्भाग्य रहा कि संविधान का पहला संशोधन कर लोगों के बोलने के अधिकार और अभिव्यक्ति के अधिकार पर आघात किया गया। वहीं संविधान के 44वें संशोधन के जरिए आपातकाल के दौरान की गई गलतियों को सुधारा गया था।

प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों में स्वदेशी समान को लेकर जागरुकता बढ़ी है। देश में वोकल फॉर लोकल अभियान ने लोगों को स्वदेशी सामानों की खरीद के लिए जागरुक किया है। बीते कुछ दिनों के भीतर ही दीपावली, भैया दूज और छठ पर देश में चार लाख करोड़ से ज्यादा का कारोबार हुआ है और इस दौरान भारत में बने उत्पादों को खरीदने का जबरदस्त उत्साह लोगों में देखा गया।

स्वच्छ भारत अभियान से बदली लोगों की सोच-

प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान ने साफ-सफाई और सार्वजनिक स्वच्छता को लेकर लोगों की सोच बदल दी है। यह पहल आज राष्ट्रीय भावना का प्रतीक बन चुकी है, जिसने करोड़ों देशवासियों के जीवन को बेहतर बनाया है। इस अभियान ने अलग-अलग क्षेत्र के लोगों, विशेषकर युवाओं को सामूहिक भागीदारी के लिए भी प्रेरित किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये लगातार दूसरा साल है जब दीपावली के अवसर पर कैश देकर कुछ सामान खरीदने का प्रचलन धीरे-धीरे कम होता जा रहा है। यानी अब लोग ज्यादा से ज्यादा डिजिटल पेमेंट की ओर बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम की शुरुआत में देशवासियों को संविधान दिवस की बधाई दी और मुंबई हमले में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

– एजेंसी