अमरावती (एजेंसी/वार्ता): दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर शनिवार को बना चक्रवाती तूफान ‘मैंडूस’ लगातार कमजोर हो रहा है और शनिवार को तमिलनाडु पहुंच गया। ‘मैंडूस’ इसके बाद लगभग पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ गया और 10 दिसंबर की शाम को उत्तर आंतरिक तमिलनाडु और सीमावर्ती क्षेत्रों में निम्न दबाव क्षेत्र में परिवर्तित होकर कमजोर हो गया।
मौसम विज्ञान केंद्र ने रविवार को यहां एक दैनिक मौसम रिपोर्ट में कहा कि यह 11 दिसंबर की सुबह यह और कमजोर हो गया। उत्तर आंतरिक तमिलनाडु और इससे सटे दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और उत्तरी केरल पर कम दबाव का क्षेत्र देखा गया। संबंधित चक्रवाती परिसंचरण उसी क्षेत्र में बना रहेगा और औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला रहेगा। इसके उत्तर केरल-कर्नाटक तट से दक्षिणपूर्व और निकटवर्ती पूर्व मध्य अरब सागर में उभरने का अनुमान है।
इसके प्रभाव में एक कम दबाव का क्षेत्र 13 दिसंबर के आसपास उसी क्षेत्र में बनने और उसके बाद भारतीय तट से पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने के आसार हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान, दक्षिण तटीय आंध्र के एसपीएसआर नेल्लोर जिले में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी वर्षा हुई।
इसी अवधि के दौरान उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले, दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश के कृष्णा और प्रकाशम जिलों तथा रायलसीमा के चित्तूर और वाईएसआर जिले के अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा हुई। पूर्वोत्तर मॉनसून दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा पर असरदार व सक्रिय रहा है।
तटीय आंध्र प्रदेश और यनम (पुड्डुचेरी) और रायलसीमा में अधिकांश स्थानों पर वर्षा हुई। रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य के मैदानी इलाकों में आरोग्यवरम में सबसे कम न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
-एजेंसी/वार्ता
यह भी पढ़े: राजस्थान: रिफ पेनोरमा 2023 की पहली सूची में 22 फिल्मों का चयन