कुछ लोगों को कॉफी पीने की इतनी ज्यादा आदत होती है कि जितनी बार भी उनसे पूछे जाए कि ‘कॉफी पीना है?’, वो मना नहीं कर पाते. मगर क्या आप जानते हैं कि दो से ज्यादा कप कॉफी पीना आपकी सेहत को किस कदर नुकसान पहुंचा सकता है. ‘जर्नल ऑफ द अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन’ की रिपोर्ट बताती है कि जिन लोगों में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, उनके लिए कॉफी जानलेवा साबित हो सकती है.
इसके अलावा, रिसर्च में यह भी पाया गया है कि अगर रोज एक कप कॉफी और ग्रीन टी पिया जाता है, तो दिल की बीमारी से संबंधित मृत्यु का जोखिम कम रहता है. हालांकि दोनों ही ड्रिंक्स में कैफीन होता है. फूड एण्ड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) के मुताबिक, 8 औंस कप हरी या काली चाय में 30-50 मिलीग्राम कैफीन होता है और 8 औंस कप कॉफी में 80 से 100 मिलीग्राम के करीब होता है. इससे पहले किए गए रिसर्च में पाया गया था कि एक दिन में एक कप कॉफी पीने से दिल का दौरा पड़ने के बाद होने वाले मौत के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है और हेल्दी लोगों में हार्ट अटैक या स्ट्रोक को होने से रोका जा सकता है.
ज्यादा कॉफी पीने से बढ़ सकता है ब्लड प्रेशर
इसके अलावा, अलग-अलग रिसर्च ने यह भी सुझाव दिया कि रेगुलर कॉफी पीने से टाइप2 डायबिटीज और कुछ कैंसर जैसी पुरानी बीमारियों के विकास का जोखिम कम हो सकता है और भूख को नियंत्रित करने में, डिप्रेशन को कम करने में तथा सतर्कता बढ़ाने में मदद मिल सकती है. लेकिन यह साफ नहीं है कि यह प्रभाव कैफीन का है या कॉफी में कुछ और भी है, जो इसके लिए जिम्मेदार है. हालांकि बहुत अधिक कॉफी पीने से ब्लड प्रेशर काफी बढ़ सकता है, इसके अलावा चिंता, दिल की धड़कन का तेज होना और सोने में कठिनाई की समस्या भी पैदा हो सकती है.
मौत का खतरा दोगुना
रिसर्च के निष्कर्ष के मुताबिक, एक दिन में दो या दो से ज्यादा कप कॉफी पीने से उन लोगों में दिल की बीमारी से हो सकने वाली मौत का खतरा दोगुना हो जाता है, जिनका ब्लड प्रेशर कॉफी नहीं पीने वालों की तुलना में 160/100 मिमी एचजी या ज्यादा रहता है. जबकि एक दिन में एक कप कॉफी पीने से ब्लड प्रेशर की किसी भी कैटेगरी में दिल के रोग से मृत्यु का जोखिम नहीं देखा गया. ग्रीन टी का सेवन भी किसी भी ब्लड प्रेशर कैटेगरी में हृदय रोग से मौत का खतरा पैदा नहीं करता.
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