रिलायंस फाउंडेशन डेवलपमेंट लीग 2024 के नेशनल ग्रुप दौर में 20 क्लब संघर्ष के लिए तैयार

मुम्बई, 11 अप्रैल: रिलायंस फाउंडेशन डेवलपमेंट लीग (आरएफडीएल) 2024 के रीजनल क्वालीफायर का समापन हो गया है और लीग अब नेशनल ग्रुप दौर के रोमांच की ओर बढ़ गई है। इस चरण में चार केंद्रों मुम्बई, कोझिकोड, दिल्ली और गोवा में 12-26 अप्रैल तक आठ क्षेत्रों की 20 टीमें खेलेंगी, जो अपनी प्रतिभा और कौशल से रोमांचित करने के लिए तैयार हैं। प्रत्येक ग्रुप में पांच टीमें शामिल की गई हैं और राष्ट्रीय चैंपियनशिप में जगह बनाने के लिए वे चार क्लबों की मेजबानी में खेले जाने वाले 40 मुकाबलों में प्रतिस्पर्धा करेंगी। मैच https://www.youtube.com/@RelianceFoundationYouthSports पर लाइव स्ट्रीम किए जाएंगे

मोहन बागान सुपर जायंट के हेड कोच एंटोनियो हबास सहित तमाम इंडियन सुपर लीग कोचों ने भारतीय फुटबॉल के भविष्य को संवारने में आरएफडीएल की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया है। हबास ने आरएफडीएल जैसे यूथ डेवलपमेंट पहल में निवेश के महत्व को रेखांकित किया और स्काउटिंग नेटवर्क पर लीग के असर पर प्रकाश डाला।

एंटोनियो हबास ने कहा, “रिलायंस फाउंडेशन डेवलपमेंट लीग (आरएफडीएल) बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि हमें अपनी फर्स्ट टीम के लिए अकादमी और युवा खिलाड़ियों की आवश्यकता है। हमें इन परियोजनाओं में निवेश करने की जरूरत है, क्योंकि खेल के लिए आधार मेरे लिए महत्वपूर्ण है। ऐसी पहल से खिलाड़ियों को तकनीकी रूप से बेहतर बनाती हैं। खिलाड़ियों को गेम-टाइम देना विशेष रूप से बहुत महत्वपूर्ण है। युवाओं को सीधे पहली टीम में शामिल करना अच्छा नहीं होता है, इसलिए उन्हें आरएफडीएल जैसे टूर्नामेंट में खेलने की जरूरत है। हमारे पास ऐसे लोग हैं जो हर आरएफडीएल मैच के दौरान प्रतिभाओं की तलाश करते हैं क्योंकि भारतीय फुटबॉल का भविष्य इस टूर्नामेंट में खेलता है।”

रीजनल क्वालीफायर्स के दौरान विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिभाओं के प्रदर्शन में गहराई नजर आई, टीमों ने नेशनल ग्रुप चरण में अपना स्थान सुरक्षित करने के लिए उल्लेखनीय कौशल और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन किया। मिजोरम से लेकर मुम्बई, गोवा से लेकर मेघालय-असम तक, युवा फुटबॉलरों ने अपनी क्षमता दिखाई और टूर्नामेंट के रोमांचक चरण के लिए मंच तैयार किया।

आईएसएल क्लब बेंगलुरू एफसी, ईस्ट बंगाल एफसी, पंजाब एफसी और नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी के साथ-साथ एक युवा रिलायंस फाउंडेशन यंग चैंप्स (आरएफवाईसी) इकाई समेत कई क्लबों ने तालिका में शीर्ष पर रहकर अपने-अपने रीजन से क्वालिफाई किया। लीग एक बार फिर उम्मीदों और एक्सपोजर आधारित दृष्टिकोण के कारण सुर्खियों में है, क्योंकि यह उन टीमों और खिलाड़ियों को मौके प्रदान करती है, जिन्हें देश भर के कुछ सर्वश्रेष्ठ क्लबों के खिलाफ पर्याप्त गेम टाइम नहीं मिलता है।

प्रत्येक क्षेत्र में, दिल्ली एफसी और डेम्पो एससी के अलावा मुथूट एफए, पैक्स ऑफ नागोआ, एडमास यूनाइटेड एसए, रूट्स एफसी, पारापुर एफसी, होम मिशन एफसी और माइटी यंग जो जीएमएससी जैसी टीमों की प्रेरणादायक कहानियां हैं, जिन्होंने आरएफडीएल द्वारा प्रदान की गई बेहद प्रतिस्पर्धात्मकता, समावेशिता और अवसरों का फायदा उठाते हुए कुछ आईएसएल क्लब समेत कई प्रतिद्वंद्वियों को पराजित किया।

जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ेगा, सभी की निगाहें उन युवा प्रतिभाओं पर होंगी जिनके पास राष्ट्रीय मंच पर चमकने का अवसर है। आरएफडीएल युवा प्रतिभाओं को निखारने, युवा स्तर पर फुटबॉल के विकास को बढ़ावा देने और भारतीय फुटबॉल के लिए एक उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करने के अपने मिशन को लेकर प्रतिबद्ध है।

क्षेत्रवार तालिका यहां देखें: (https://www.rfyouthsports.com/football/rfdl/stands)

आरएफडीएल 2024 पर अधिक जानकारी और अपडेट के लिए, आरएफडीएल आधिकारिक वेबसाइट पर आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।

प्रत्येक जोन से क्वालिफाई करने वाली संबंधित टीमों के परिणाम इस प्रकार है।

• मिजोरम रीजन- होम मिशन्स एफसी ने बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर यहां से क्वालीफाई किया है इस दौरान उन्होंने 10 मुकाबलों में आठ जीत हासिल की और दो ड्रा खेले। उन्होंने 26 अंक अर्जित किए और वे क्षेत्रीय स्तर पर दूसरे स्थान पर रहे इंकेल एफसी (18) से आठ अंक आगे रहे। होम मिशन एफसी ने 27 गोल दागे, और नेशनल ग्रुप स्टेज में वे ग्रुप सी में रहेंगे, जिसमें ईस्ट बंगाल एफसी, नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी, दिल्ली एफसी और एडमास यूनाइटेड एसए को उनकी गोल स्कोरिंग क्षमता से सावधान रहना होगा।

• गोवा रीजन- यहां से तीन टीमों एफसी गोवा, डेम्पो एससी और पैक्स ऑफ नागोआ एससी ने अगले दौर में जगह बना ली है। एफसी गोवा 23 अंकों के साथ तालिका में शीर्ष पर है, जबकि डेम्पो एससी और पैक्स ऑफ नागोआ एससी क्रमशः 22 और 18 अंकों के साथ उनके पीछे रहीं। डेम्पो एससी को ग्रुप ए में रखा गया है और इसलिए वह मुम्बई में नेशनल ग्रुप स्टेज खेलेगी। एफसी गोवा और पैक्स ऑफ नागोआ एससी को क्रमशः ग्रुप बी और डी में रखा गया है और वे क्रमशः कोझिकोड और गोवा में प्रतिस्पर्धा करेंगे।

• साउथ रीजन- मौजूदा चैम्पियन बेंगलुरू एफसी ने 10 मैचों में 22 अंकों के साथ तालिका के शीर्ष पर रहकर यहां से क्वालीफाई किया। उनके साथ रूट्स एफसी और चेन्नइयन एफसी ने 19-19 अंक लेकर अगले दौर में जगह बनाई है। बेंगलुरू एफसी और चेन्नइयन एफसी अपने राष्ट्रीय ग्रुप स्टेज मैच मुम्बई में खेलेंगे, जबकि रूट्स एफसी कोझिकोड में ग्रुप बी टीमों के साथ भिड़ेगी।

केरल रीजन- मुथूट एफए, केरला ब्लास्टर्स एफसी, और परप्पुर एफसी यहां से राष्ट्रीय ग्रुप चरण के लिए क्वालीफाई हुए हैं। मुथूट एफए ने आठ मैच जीतकर 24 अंक हासिल किए जबकि केरला ब्लास्टर्स एफसी और परप्पुर एफसी ने क्रमशः 19 और 18 अंक अर्जित किए हैं। मुथूट एफए और परप्पुर एफसी को रूट्स एफसी, एफसी गोवा और माइटी यंग जो – जीएमएससी के साथ कोझिकोड में ग्रुप बी में रखा गया है, जबकि केरला ब्लास्टर्स एफसी मुम्बई में अपने आगामी मैच खेलेगी।

• नॉर्थ रीजन- पंजाब एफसी 10 मैचों में 28 अंकों के साथ तालिका में शीर्ष पर रहकर अगले दौर के लिए क्वालीफाई कर गई, जहां वो और सुदेवा दिल्ली एफसी (17) गोवा में ग्रुप डी मुकाबले खेलेंगे। उनके बाद तालिका में दिल्ली एफसी और सुदेवा दिल्ली एफसी थे। दिल्ली एफसी (19) दिल्ली में खेलेगी। सुदेवा दिल्ली एफसी आरएफडीएल के पिछले संस्करण में उप-विजेता थी।

• मेघालय-असम रीजन- नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी एकमात्र टीम है जो इस सीजन से नेशनल ग्रुप स्टेज में खेलेगी। हाईलैंडर्स ने अपने सभी 10 मैच जीतकर 30 अंक हासिल किए। उन्होंने 30 गोल किए और केवल दो गोल खाए। उन्हें ग्रुप सी में ईस्ट बंगाल एफसी, दिल्ली एफसी, होम मिशन्स एफसी और एडमास यूनाइटेड एसए के साथ रखा गया है और ये टीमें अपने मैच दिल्ली में खेलेंगी।

• ईस्ट रीजन- कोलकाता के दिग्गज क्लब ईस्ट बंगाल एफसी, मोहन बागान सुपर जायंट और एडमास यूनाइटेड एसए अपने से आगे बढ़े हैं। यहां रीजन क्वालीफायर में प्रतिस्पर्धी माहौल था क्योंकि रेड एंड गोल्ड ब्रिगेड 10 मैचों में 18 अंकों बटोरे। मैरिनर्स 15 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहे, जबकि एडमास यूनाइटेड एसए ने 13 अंक जीते। ईस्ट बंगाल एफसी और एडमास यूनाइटेड एसए दिल्ली में खेलेंगे, जबकि मोहन बागान सुपर जायंट गोवा में ग्रुप डी में हैं।

• मुम्बई रीजन- रिलायंस फाउंडेशन यंग चैंप्स (आरएफवाईसी) तालिका के शीर्ष पर रहे और उन्होंने दस मैचों में 28 अंक लेकर क्वालीफाई किया है। उनके बाद माइटी यंग जो – जीएमएससी और मुम्बई सिटी एफसी क्रमशः 21 और 18 अंकों के साथ दूसरे व तीसरे स्थान पर रहे। आरएफवाईसी मुम्बई में ग्रुप ए मुकाबले खेलेंगे, जबकि माइटी यंग जो – जीएमएससी और मुम्बई सिटी एफसी क्रमशः कोझिकोड और गोवा में खेलेंगे।

रिलायंस फाउंडेशन डेवलपमेंट लीग (आरएफडीएल) के बारे में:

आरएफडीएल रिलायंस फाउंडेशन की उस निरंतर प्रतिबद्धता का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य भारत में युवा फुटबॉलरों को अधिक अवसर, विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा, खेल विज्ञान विशेषज्ञता और कोचिंग प्रदान करके उनके कौशल को विकसित करके भारतीय फुटबॉल के विकास में योगदान देना है। अब अपने तीसरे सीजन में, आरएफडीएल को शीर्ष अंडर-21 फुटबॉल खिलाड़ियों के लिए अत्यधिक प्रतिस्पर्धी माहौल में अपनी प्रतिभा दिखाने के एक मंच के रूप में डिजाइन किया गया है। यह टूर्नामेंट भारत का सबसे बड़ा और सबसे समावेशी अंडर-21 युवा टूर्नामेंट है, जिसमें भारत के 9 क्षेत्रों में हीरो इंडियन सुपर लीग, आई-लीग डिवीजन 1 और 2 और राज्य फुटबॉल संघों द्वारा नामांकित स्वतंत्र अकादमियों या क्लबों की 50 से अधिक टीमें शामिल हैं। देश और विदेश दोनों के अकादमी प्रशिक्षकों और खिलाड़ियों की नजर में आरएफडीएल एक आदर्श मंच के रूप में कार्य कर रहा है, जिस पर वे अपने उभरते करियर को ऊंची उड़ान दे सकते हैं।

रिलायंस फाउंडेशन स्पोर्ट्स के बारे में:

रिलायंस फाउंडेशन भारतीय खेलों और खिलाड़ियों को वैश्विक मानचित्र पर लाने के लिए खेल भावना को बढ़ावा देता है। रिलायंस फाउंडेशन भारत को एक बहु-खेल राष्ट्र के रूप में विकसित करने की दिशा में काम कर रहा है, जिसमें भारत का ओलम्पिक आंदोलन भी शामिल है। हमारी पहल ने 2013 से देश भर में 13,000 से अधिक स्कूलों और कॉलेजों के 22 मिलियन से अधिक युवाओं के जीवन पर प्रभाव डाला है, जिससे एक प्रतिभाशाली बच्चे को खेल में करियर अपनाने-गौरव पाने के अपने सपने को पूरा करने में सक्षम होने का अवसर मिला है। हम भारतीय खेल पारिस्थितिकी तंत्र में जमीनी स्तर से लेकर शीर्ष स्तर तक समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम भारत में लड़कियों और महिला एथलीटों की अधिक उपस्थिति और सफलता सुनिश्चित करने के लिए विशेष रूप से प्रतिबद्ध हैं और अपने कार्यक्रमों को इस तरह से डिजाइन करते हैं जिससे उन्हें अधिकतम अवसर मिलें। रिलायंस फाउंडेशन में, हम भारतीय खिलाड़ियों को ऊंची उड़ान भरने और उन्हें उनकी वास्तविक क्षमता तक पहुंचने में मदद करने की उम्मीद करते हैं।