Startup शुरू करने की सोच रहे हैं? ये जरूरी टर्म्स पहले समझ लीजिए

आज के समय में नौकरी के अलावा खुद का कारोबार करना भी एक अच्छा विकल्प बन चुका है। कई लोग अपनी स्टार्टअप (Startup) कंपनियां शुरू कर रहे हैं, लेकिन इस क्षेत्र में इस्तेमाल होने वाले कुछ शब्द आम लोगों के लिए थोड़े मुश्किल हो सकते हैं। अगर आप भी अपना बिजनेस शुरू करने की सोच रहे हैं, तो इन ज़रूरी टर्म्स को जरूर समझ लें।

बिजनेस प्लान और बिजनेस मॉडल – दोनों में क्या फर्क है?
स्टार्टअप की दुनिया में “बिजनेस प्लान” और “बिजनेस मॉडल” दो बेहद महत्वपूर्ण शब्द हैं।

बिजनेस मॉडल (Business Model): यह बताता है कि आप पैसा कैसे और क्यों कमाएंगे।
बिजनेस प्लान (Business Plan): इसमें यह बताया जाता है कि पैसा कब और कितना कमाया जाएगा। इसमें लागत, टीम, मार्केटिंग आदि की योजना भी शामिल होती है।
Bootstrapping – खुद के दम पर बिजनेस!
अगर कोई स्टार्टअप बिना किसी बाहरी निवेशक (Investor) के सिर्फ अपने पैसों से चलता है, तो इसे Bootstrapping कहा जाता है। यानी, बिजनेस में जितना भी पैसा लगाया गया है, वह सिर्फ फाउंडर का खुद का पैसा होता है।

Incubators और Accelerators – स्टार्टअप की ग्रोथ के लिए जरूरी सपोर्ट
Incubators: ऐसे संगठन होते हैं जो शुरुआती स्टार्टअप्स को गाइडेंस, ऑफिस स्पेस और नेटवर्किंग जैसी सुविधाएं देते हैं।
Accelerators: ये उन स्टार्टअप्स के लिए होते हैं जो पहले से कुछ हद तक विकसित हो चुके हैं और तेज़ी से ग्रोथ करना चाहते हैं।
Angel Round और Seed Round – स्टार्टअप की पहली फंडिंग!
किसी स्टार्टअप को शुरुआती दौर में जो पहली फंडिंग मिलती है, उसे Angel Round या Seed Round कहते हैं। इसमें High Net Worth Individuals (HNI’s) और Venture Capitalists (VC’s) निवेश कर सकते हैं। कई बार फैमिली और दोस्त भी स्टार्टअप को सपोर्ट करते हैं।

Crowdfunding – जनता से फंड जुटाने का तरीका
अगर कोई कंपनी अपना प्रोडक्ट मार्केट में लाने से पहले ही लोगों से पैसा इकट्ठा कर लेती है, तो इसे Crowdfunding कहा जाता है। यह तरीका उन स्टार्टअप्स के लिए फायदेमंद होता है जो प्री-ऑर्डर के जरिए फंडिंग जुटाना चाहते हैं।

Valuation – स्टार्टअप की असली कीमत का पता कैसे चलता है?
वैल्यूएशन (Valuation) का मतलब है कि स्टार्टअप की मौजूदा कीमत कितनी है।

प्री-मनी वैल्यूएशन (Pre-Money Valuation): निवेश से पहले स्टार्टअप की वैल्यू।
पोस्ट-मनी वैल्यूएशन (Post-Money Valuation): निवेश मिलने के बाद स्टार्टअप की वैल्यू।

निष्कर्ष
अगर आप स्टार्टअप शुरू करने की योजना बना रहे हैं, तो इन शब्दों को समझना बेहद जरूरी है। फंडिंग, ग्रोथ, वैल्यूएशन और बिजनेस मॉडल से जुड़े ये टर्म्स आपको स्टार्टअप की दुनिया में आगे बढ़ने में मदद करेंगे।

यह भी पढ़ें:

कोलेस्ट्रॉल से भी ज्यादा खतरनाक यह फैट, बढ़ा सकता है हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा