राम विरोधी ताकतों का अवसान तय : भाजपा

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर के बारे में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के एक नेता की आपत्तिजनक टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आज कहा कि मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति करते हुए राम मंदिर विरोधी ताकतें डूबने वाली हैं।
भाजपा के प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने यहां पार्टी मुख्यालय पर एक संवाददाता सम्मेलन में राकांपा (शरद गुट) के विधायक जितेंद्र आव्हाड के भगवान राम को मांसाहारी बताये जाने के बाद उपजे विवाद एवं बाद में माफी मांगे जाने के बारे में पूछे जाने पर कहा कि श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर सकारात्मक दृष्टि की बजाय विपक्ष के लोग आज भी विघ्न उत्पन्न करने का जतन खोज कर विघ्न संतोषी बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि राम राज्य में और राम के भक्तों में किसी प्रकार का भेदभाव या विषमता नहीं होती है लेकिन विपक्ष के नेताओं के मन में विषमता है और इसीलिए वे वही पुराने आपत्तिजनक बहानों पर कायम हैं।
श्री त्रिवेदी ने राम मंदिर विरोधियों के बारे में कहा कि देश कितना बदल गया है लेकिन वे आज भी मुस्लिम तुष्टीकरण की नाव पर सवार हैं। ये लोग समझ ही नहीं पाये इस देश की प्राण ऊर्जा कहाँ हैं,उस प्राण और ऊर्जा को न समझने के कारण ये लोग राजनैतिक दृष्टि से निष्प्राण होते चले गए।
उन्होंने विपक्षी नेताओं की नीति पर कटाक्ष करते हुए ग़ुलाम मोहम्मद क़ासिर का एक शेर पढ़ा –
“कश्ती भी नहीं बदली, दरिया भी नहीं बदला।
डूबने वालों का, जज़्बा भी नहीं बदला।
(है शौक़-ए-सफ़र ऐसा इक उम्र से यारों ने)
मंज़िल भी नहीं पाई, रस्ता भी नहीं बदला।”
बिहार के मुख्यमंत्री एवं जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष नीतीश कुमार के इंडी गठबंधन के संयोजक बनने की अटकलों के बारे में पूछे जाने पर श्री त्रिवेदी ने कटाक्ष किया कि पता करना चाहिए कि गठबंधन के कितने दल उनके पक्ष में हैं और कितने नहीं।
इससे पहले आम आदमी पार्टी के नेता एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री के बारे में टिप्पणी करते हुए श्री त्रिवेदी ने कहा कि मोहल्ला क्लीनिकों के बारे में जांच में फर्जीवाड़ा सामने आया है कि ऐसे क्लीनिकों में एक दिन में सुबह नौ बजे सेे एक बजे तक 240 मिनट के दौरान 500 से अधिक मरीज़ों की जांच की जाती रही है। उन्होंने कहा कि एक बाहरी एजेंसी की जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि हज़ारों जांचें अज्ञात मरीज़ों की कीं गयीं हैं जिनका कोई रिकॉर्ड नहीं है। जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हर योजना में लाभार्थी का पूरा डाटा उपलब्ध होता है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “अभी तक अरविंद केजरीवाल का दारू का घोटाला पता था, अब दवा का घोटाला पता चला है। ऐसे भारत रत्न से स्वयं विभूषित अरविंद केजरीवाल का कट्टर ईमानदारी का किरदार तार-तार हो गया है। वे अब सीबीआई से सवाल पूछ रहे हैं। यानी बवाली अब सवाली बन कर जांच करने वाली एजेंसी से ही सवाल पूछ रहे हैं। यानी उल्टा चोर कोतवाल को डांटे की उक्ति चरितार्थ हो रही है।
श्री त्रिवेदी ने कहा कि श्री केजरीवाल ईडी की जांच से बचने के लिए जो हथकंडे अपना रहे हैं, उससे लग रहा है कि वह जेल से सरकार चलाना चाहते हैं। उन्हें डर लग रहा है कि यदि सवालों से नज़र मिलेगी तो कदम डगमगाएंगे। राजनीति के सभी मानदंडों पर उनका किरदार तार-तार हो गया है। वे तिनके की ओट से पहाड़ छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। वह जिन पर आरोप लगाते थे, उन्हीं के साथ खड़े हैं।

– एजेंसी