मुलायम सिंह यादव की स्मृति में सैफई में 8.3 एकड़ में बनेगा भव्‍य स्‍मारक

समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की स्मृति में उनके पैतृक गांव इटावा जिले के सैफई में एक भव्‍य स्‍मारक बनाया जाएगा।

सपा मुख्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसकी घोषणा की।

यह स्मारक 8.3 एकड़ जमीन में बनाया जाएगा। इसमें मुलायम सिंह यादव (नेताजी) की कांस्य प्रतिमा भी लगाई जाएगी।

अखिलेश यादव ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा, ”कोशिश होगी कि बहुत जल्द 2027 से पहले यह स्मारक बन जाए।”

उन्होंने कहा, ”नेताजी जीवन भर मिट्टी से जुड़े रहे और गांव से शुरू कर देश की राजनीति में अपना स्थान बनाया।”

उन्होंने कहा कि 22 नवंबर को नेताजी की जयंती पर स्मारक का शिलान्यास होगा। यादव ने कहा कि नेताजी को सबसे ज्यादा सैफई से लगाव था।

स्मारक निर्माण की घोषणा करने से पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव, महासचिव शिवपाल सिंह यादव, वरिष्ठ नेता उदय प्रताप सिंह समेत कई प्रमुख नेताओं ने देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल और समाजवादी नेता आचार्य नरेन्द्र देव की जयंती पर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

स्‍मारक के संबंध में पूर्व सांसद उदय प्रताप सिंह ने पत्रकारों को पूरा ब्यौरा दिया और इस सिलसिले में एक प्रस्तुति भी की गयी।

उदय प्रताप सिंह ने पत्रकारों को बताया, ”सैफई में नेताजी मुलायम सिंह यादव की स्मृति में एक भव्‍य स्‍मारक बनाया जाएगा। यह स्मारक 8.3 एकड़ जमीन में बनाया जाएगा।”

उन्होंने कहा, ”स्मारक में 4.5 एकड़ जमीन पर भव्य पार्क और जन सुविधाओं के प्रबंधन की योजना है। इस स्मारक में लोक कलाओं की झलक और गुणवत्ता का ध्यान रखा जाएगा। बीच में एक सभागार होगा जिसमें नेताजी की एक भव्य कांस्य प्रतिमा लगायी जाएगी।”

सिंह ने कहा, ”नेताजी सबसे ज्यादा लोक भाषा, लोक सभ्यता, लोक कला और लोक आचरण पर ध्यान देते थे। उनके इसी विचार को साकार रूप देने के लिए स्मारक को उसी तरह से बनाया जाएगा। स्‍मारक की बनावट में जमीन से जुड़े हुए भारत के गौरव नेताजी की सादगी और गुणवत्ता की भी झलक देखने को मिलेगी।”

उन्होंने कहा, ”इस स्मारक में दृश्यावली आर्ट गैलरी बनाई जाएगी जिसमें एक रंग पट्टिका होगी। ये चित्र नेताजी के जीवन व विचारों से संबंधित होंगे और वास्तुकला भारतीय होगी।”

उन्होंने कहा, ”स्मारक के चारों तरफ एक लंबी दीर्घा बनेगी जिससे समाधि स्थल तक पहुंचा जा सकेगा। समाधि स्थल भी दृश्‍यावलियों की श्रृंखला से दोनों तरफ सुसज्जित होगा। गैलरी में सभी चित्र नेताजी के जीवन से संबंधित होंगे। प्रवेश द्वार से समाधि स्‍थल तक पहुंचने के लिए दृश्‍यावलियों में नेताजी के संघर्ष की कहानी होगी।”

पूर्व सांसद ने कहा कि इसमें लोकतंत्र की समझ और गांधी जी की अहिंसा के शानदार विचारों की सुगंध होगी। यह भारत के लोगों के लिए एक यादगार स्थल होगा।

– एजेंसी