माइग्रेन के कारण और इससे बचने के आसान तरीके

माइग्रेन (Migraine) एक प्रकार का असहनीय सिरदर्द है, जो सिर के एक हिस्से में होता है और कभी-कभी पूरे सिर में फैल जाता है। यह दर्द किसी भी समय हो सकता है और इसे मैनेज करना काफी मुश्किल हो सकता है। अगर महीने के 10 या उससे ज्यादा दिन सिरदर्द रहता है, तो इनमें से 7-8 दिन माइग्रेन हो सकते हैं। माइग्रेन के कई कारण हो सकते हैं और अगर समय रहते इन कारणों को पहचाना जाए, तो इसे नियंत्रित करना आसान हो सकता है।

माइग्रेन के प्रमुख कारण:

जेनेटिक फैक्टर (Genetic Factors)
माइग्रेन अक्सर परिवारों में देखा जाता है, जो इसके जेनेटिक कारणों को दर्शाता है। शोधकर्ताओं ने माइग्रेन से जुड़े कई जीनों की पहचान की है, जो सिरदर्द को ट्रिगर करते हैं।

हार्मोनल बदलाव (Hormonal Changes)
महिलाओं में खासकर पीरियड साइकिल, गर्भावस्था, मेनोपॉज और हार्मोनल कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का इस्तेमाल माइग्रेन को बढ़ा सकते हैं। एस्ट्रोजन के स्तर में बदलाव से माइग्रेन का दर्द बढ़ सकता है।

एनवायरनमेंट फैक्टर (Environmental Factors)
तेज रोशनी, तेज आवाज, टिमटिमाती लाइट, और मौसम या बैरोमीटर के दबाव में बदलाव माइग्रेन को ट्रिगर कर सकते हैं। इन फैक्टर्स को पहचानने से माइग्रेन को कम करने में मदद मिल सकती है।

डाइट से जुड़ी समस्याएं (Diet-Related Issues)
कुछ खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थ माइग्रेन को बढ़ा सकते हैं, जैसे कि अल्कोहल, कैफीन, प्रोसेस्ड मीट, और मोनोसोडियम ग्लूटामेट (MSG)। साथ ही, भोजन छोड़ने या उपवास करने से भी माइग्रेन हो सकता है, क्योंकि इससे ब्लड शुगर का स्तर प्रभावित होता है।

तनाव और इमोशनल फैक्टर (Stress and Emotional Factors)
तनाव और चिंता से माइग्रेन बढ़ सकता है। मानसिक स्थिति जैसे कि ज्यादा चिंता, डिप्रेशन और तनाव भी माइग्रेन को ट्रिगर करते हैं। तनाव को नियंत्रित करने के लिए माइंडफुलनेस, ध्यान, नियमित शारीरिक गतिविधि और भरपूर नींद लेना फायदेमंद हो सकता है।

माइग्रेन को नियंत्रित करने के उपाय:
माइग्रेन को कम करने के लिए इन कारणों को समझकर और जीवनशैली में बदलाव कर इस पर काबू पाया जा सकता है। स्वस्थ आहार, तनाव प्रबंधन, और नियमित शारीरिक गतिविधि माइग्रेन को नियंत्रित करने में सहायक हो सकते हैं।

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