कैंसर एक गंभीर और जीवन को प्रभावित करने वाली बीमारी है, और इसमें हड्डियों का कैंसर भी शामिल है। यह बीमारी हड्डियों में कोशिकाओं की असामान्य वृद्धि से शुरू होती है। ज्यादातर मामलों में यह जांघ की हड्डी को प्रभावित करता है, लेकिन शरीर की किसी भी हड्डी में इसका खतरा हो सकता है। बोन कैंसर बच्चों में भी अधिक देखने को मिलता है। इसका इलाज सर्जरी, रेडियोथेरेपी और कीमोथेरेपी से किया जाता है। आइए विस्तार से जानते हैं इसके लक्षण, कारण और बचाव के उपाय।
हड्डियों में कैंसर की शुरुआत कैसे होती है?
1️⃣ प्राथमिक हड्डी कैंसर (Primary Bone Cancer)
यह कैंसर सीधे हड्डियों की कोशिकाओं से उत्पन्न होता है। प्रमुख प्रकार:
ओस्टियोसारकोमा
यूइंग्स सारकोमा
कॉन्ड्रोसारकोमा
2️⃣ मेटास्टेटिक हड्डी कैंसर (Secondary Bone Cancer)
यह किसी अन्य अंग (जैसे ब्रेस्ट, फेफड़े या प्रोस्टेट) से हड्डियों में फैलता है। इसमें हड्डियों की कोशिकाएं असामान्य रूप से विभाजित होकर गांठ या ट्यूमर बना लेती हैं।
बोन कैंसर के लक्षण
लगातार दर्द – विशेषकर रात में तेज हड्डी दर्द।
कमजोरी – हड्डियों में भारीपन या कमजोरी महसूस होना।
जल्दी फ्रैक्चर – मामूली चोट में भी हड्डी का टूटना।
अत्यधिक थकान – बिना मेहनत के दिनभर थकावट।
वजन घटना – बिना किसी कारण अचानक वजन कम होना।
बचाव के उपाय
रेडिएशन से बचें – जब तक जरूरी न हो, अनावश्यक रेडिएशन और एक्स-रे से बचाव करें।
पौष्टिक आहार लें – कैल्शियम, विटामिन-D और प्रोटीन युक्त भोजन करें।
नियमित जांच कराएं – यदि फैमिली हिस्ट्री है तो समय-समय पर मेडिकल चेकअप करवाएँ।
व्यायाम करें – नियमित रूप से व्यायाम कर हड्डियों को मजबूत रखें।
बॉडी मॉनिटरिंग – किसी भी असामान्य सूजन या बदलाव को नजरअंदाज न करें।
जरूरी सलाह
हड्डी का कैंसर अगर शुरुआती स्टेज में पकड़ में आ जाए तो इलाज संभव है। किसी भी छोटे लक्षण को हल्के में न लें और समय पर डॉक्टर से संपर्क करें। सजगता ही सुरक्षा है।
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