भारत में सदियों से नीम की दातून को न केवल दांतों की सफाई बल्कि पूरे शरीर को स्वस्थ रखने का एक पारंपरिक उपाय माना जाता रहा है। आयुर्वेद के अनुसार नीम में एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो कई गंभीर बीमारियों को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। आज जब डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियाँ आम होती जा रही हैं, नीम की दातून एक बार फिर से चर्चा में है।
नीम की दातून और डायबिटीज
नीम की पत्तियों और उसकी दातून में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। नीम शरीर की इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाने में कारगर माना जाता है और यह शुगर के अवशोषण को नियंत्रित करता है।
कैसे मदद करता है नीम:
- नीम में मौजूद फाइटोकेमिकल्स पैंक्रियास को एक्टिव रखते हैं।
- यह शरीर में ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म को बेहतर करता है।
- नियमित रूप से नीम की दातून करने से शरीर में ब्लड शुगर लेवल स्थिर रह सकता है।
हाई ब्लड प्रेशर में लाभकारी
नीम की दातून केवल दांतों और मसूड़ों के लिए ही नहीं, बल्कि हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं में भी मददगार है। इसमें ऐसे यौगिक मौजूद होते हैं जो रक्त वाहिकाओं को रिलैक्स कर ब्लड फ्लो को संतुलित बनाए रखते हैं।
कैसे करता है काम:
- नीम का प्राकृतिक गुण रक्तचाप को स्थिर करने में सहायता करता है।
- शरीर की सूजन को कम कर रक्त संचार बेहतर बनाता है।
- तनाव को कम करने में भी नीम उपयोगी है, जो बीपी नियंत्रण में सहायक हो सकता है।
और भी हैं फायदे
- मुंह की दुर्गंध और कैविटी से बचाव
- पेट के कीड़ों से राहत
- इम्यून सिस्टम को मज़बूती
- स्किन प्रॉब्लम्स में सुधार
कैसे करें नीम की दातून का उपयोग
- ताज़ी नीम की नरम टहनी का चुनाव करें।
- टहनी का एक सिरा चबाकर ब्रश जैसा बना लें और उससे धीरे-धीरे दांतों को साफ करें।
- इसके बाद नीम के रस को कुछ देर मुंह में रखें और फिर कुल्ला करें।
- रोज़ाना सुबह इसका उपयोग करें।
सावधानी
- बहुत कठोर टहनियों से दांतों को नुकसान हो सकता है।
- यदि मुंह में छाले या एलर्जी हो, तो उपयोग से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
नीम की दातून न केवल एक प्राकृतिक टूथब्रश है, बल्कि यह डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसी लाइफस्टाइल बीमारियों में भी असरदार है। यदि आप भी स्वास्थ्य को लेकर सजग हैं और केमिकल-आधारित प्रोडक्ट्स से बचना चाहते हैं, तो नीम की दातून को अपनी सुबह की दिनचर्या में ज़रूर शामिल करें। यह छोटा सा बदलाव आपकी सेहत में बड़ा फर्क ला सकता है।