कोलेस्ट्रॉल एक प्रकार का लिपिड है जो हमारे शरीर के लिए जरूरी होता है। यह हमारी कोशिकाओं के झिल्ली का हिस्सा है और हार्मोन निर्माण के लिए भी आवश्यक होता है। हालांकि, जब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है, तो यह दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।
हाल के वर्षों में, दिल से संबंधित मामलों में वृद्धि हुई है और अब युवा वर्ग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। जब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है, तो शरीर हमें कुछ खास संकेत देता है, जिनकी पहचान समय पर करना जरूरी है ताकि उचित इलाज किया जा सके।
कोलेस्ट्रॉल के प्रकार:
लो-डेंसिटी लिपोप्रोटीन (LDL):
इसे ‘बुरा’ कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है, क्योंकि यह ज्यादा मात्रा में होने पर धमनियों (arteries) को ब्लॉक कर सकता है, जिससे हृदय और रक्तवाहिनी संबंधी बीमारियां हो सकती हैं।
हाई-डेन्सिटी लिपोप्रोटीन (HDL):
इसे ‘अच्छा’ कोलेस्ट्रॉल माना जाता है क्योंकि यह शरीर के अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को लिवर तक पहुंचाता है, जहां इसे साफ किया जाता है।
अगर कोलेस्ट्रॉल का स्तर बहुत अधिक हो जाए, तो यह हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी घातक बीमारियों का कारण बन सकता है। इसलिए, कोलेस्ट्रॉल का स्तर कंट्रोल में रखना बहुत जरूरी है। इसके लिए एक अच्छा आहार, नियमित व्यायाम और कुछ घरेलू उपाय मददगार हो सकते हैं।
घरेलू उपाय:
अदरक, लहसुन और हल्दी का मिश्रण:
एक छोटा टुकड़ा अदरक, कुछ लहसुन की कलियां और कच्ची हल्दी को पीसकर एक गिलास पानी में रात भर के लिए डालकर छोड़ दें। अगले दिन उस पानी को उबालें और तब तक पकाएं जब तक यह आधा न हो जाए। फिर इसमें सेंधा नमक डालकर पिएं। इस उपाय को 15 दिन तक करें, इससे कोलेस्ट्रॉल स्तर कम होने लगेगा। साथ ही, फैटी लिवर और ट्राइग्लिसराइड्स (खून में पाए जाने वाला फैट) का स्तर भी कम हो जाएगा।
स्वस्थ आहार:
सत्तू और फाइबरयुक्त खाद्य पदार्थ जैसे फल, सब्जियां, दाल, अनाज, नट्स और अंडे को अपनी डाइट में शामिल करें।
तेल और मसालेदार खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें।
नियमित व्यायाम:
शारीरिक गतिविधि को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। सप्ताह में कम से कम 150 मिनट व्यायाम करें, जैसे- योग, जिम, स्विमिंग या ट्रेडमिल।
वजन घटाना:
अगर वजन बढ़ा हुआ है, तो उसे घटाने का प्रयास करें। इससे कोलेस्ट्रॉल का स्तर बेहतर हो सकता है।
अल्कोहल और धूम्रपान से परहेज:
ज्यादा अल्कोहल और धूम्रपान कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने का कारण बन सकते हैं, इसलिए इनसे दूर रहें।
जरूरी पोषण:
ओटमील, ब्राउन राइस, मक्के की रोटी, दालें, फल और सब्जियां शरीर को जरूरी पोषण प्रदान करती हैं, जो कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद करती हैं।
इलाज:
नियमित रूप से अपना चेकअप करवाएं और कोलेस्ट्रॉल लेवल की जांच कराएं।
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