स्क्रीन थकान से राहत: आंखों की देखभाल के 6 आयुर्वेदिक मंत्र

आजकल की डिजिटल लाइफस्टाइल ने हमारी आंखों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। घंटों स्क्रीन पर टिके रहने, प्रदूषण, तेज धूप और खराब दिनचर्या के कारण आंखों में जलन, सूखापन, पानी आना और नजर कमजोर होना आम बात हो गई है।

अगर आप भी आंखों की इन समस्याओं से परेशान हैं, तो आयुर्वेद के ये आसान और प्राकृतिक उपाय आपकी आंखों की सेहत को फिर से दुरुस्त कर सकते हैं।

🌿 1. त्रिफला – आंखों का नेचुरल दोस्त
त्रिफला तीन फलों का एक शक्तिशाली मिश्रण है।

इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट आंखों की कोशिकाओं को मजबूती देते हैं।

आप इसे पी सकते हैं या इससे आंखें धो सकते हैं।

🥗 2. पौष्टिक भोजन – नजर को दे मजबूती
अपनी डाइट में घी, शहद, गेहूं, पुराना चावल, जौ और हरी सब्जियां शामिल करें।

विटामिन A, E, C और B से भरपूर फूड्स आंखों की रोशनी को बनाए रखने में मदद करते हैं।

💧 3. अंजना और नस्य – आंखों की आयुर्वेदिक सुरक्षा
अंजना आंखों में लगाने वाली औषधि है जो आंखों को साफ रखती है।

नस्य, नाक के जरिए दवाओं का सेवन है, जो सिर और आंखों को हेल्दी बनाए रखता है।

🦶 4. पादाभ्यंग – पैरों की मालिश से बढ़े आंखों की ताकत
रात को सोने से पहले तेल से पैरों की मालिश करें।

यह थकी हुई आंखों को राहत देता है और दृष्टि शक्ति को बढ़ाता है।

🪔 5. त्राटक – ध्यान और दृष्टि का योग
अंधेरे कमरे में घी का दीपक जलाएं और लौ को बिना पलक झपकाए देखें।

यह आंखों की मांसपेशियों को मजबूत करता है और मानसिक एकाग्रता भी बढ़ाता है।

🧴 6. क्रियाकल्प – आंखों की आयुर्वेदिक थेरेपी
आयुर्वेद में तर्पण, अश्च्योतन, पुटपाक, अंजना और पिंडी जैसे उपचार आंखों की सेहत के लिए बेहद असरदार माने गए हैं।

ये आंखों की थकावट दूर करते हैं और रोशनी को बेहतर बनाते हैं।

यह भी पढ़ें:

ईद पर टूटा शाहरुख खान का दिल, केकेआर की हार से सुहाना भी हुईं मायूस