डायबिटीज (मधुमेह) आज के समय में तेजी से बढ़ रही एक गंभीर समस्या है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गिलोय (Tinospora Cordifolia) एक ऐसी जड़ी-बूटी है जो ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है? आयुर्वेद में गिलोय को ‘अमृत बेल’ कहा गया है, क्योंकि यह इम्यूनिटी बूस्ट करने, सूजन कम करने और कई बीमारियों से बचाव में कारगर मानी जाती है। लेकिन इसका सही तरीके से सेवन करना जरूरी है, वरना यह फायदे की जगह नुकसान भी पहुंचा सकता है।
गिलोय डायबिटीज में कैसे फायदेमंद है?
गिलोय में एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटी-इंफ्लेमेटरी और हाइपोग्लाइसेमिक गुण होते हैं, जो डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
1. ब्लड शुगर लेवल को करता है नियंत्रित
गिलोय का सेवन शरीर में इंसुलिन उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल स्थिर रहता है। इसके हाइपोग्लाइसेमिक गुण शुगर को तेजी से बढ़ने नहीं देते।
2. इंसुलिन रेजिस्टेंस को करता है कम
डायबिटीज के मरीजों में अक्सर इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या होती है। गिलोय शरीर की कोशिकाओं को इंसुलिन के प्रति संवेदनशील बनाकर इसका सही उपयोग करने में मदद करता है।
3. मेटाबॉलिज्म को करता है बूस्ट
गिलोय पाचन क्रिया को सुधारकर मेटाबॉलिज्म को तेज करता है, जिससे शरीर में ग्लूकोज का सही तरीके से उपयोग होता है और ब्लड शुगर लेवल नियंत्रण में रहता है।
4. शरीर में सूजन को कम करता है
डायबिटीज के मरीजों में सूजन (इंफ्लेमेशन) की समस्या आम होती है, जो कई अन्य बीमारियों का कारण बन सकती है। गिलोय में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व शरीर की सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
डायबिटीज में गिलोय का सेवन कैसे करें?
1. गिलोय जूस
- ताजी गिलोय की बेल लेकर उसके टुकड़े काट लें।
- इसे एक गिलास पानी में उबालें और छानकर सुबह खाली पेट पिएं।
- यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है।
2. गिलोय पाउडर
- बाजार में गिलोय पाउडर आसानी से उपलब्ध है।
- रोज़ाना 1 चम्मच पाउडर गुनगुने पानी के साथ सेवन करें।
3. गिलोय कैप्सूल या टैबलेट
- अगर आप जूस या पाउडर नहीं ले सकते तो गिलोय कैप्सूल या टैबलेट का सेवन कर सकते हैं।
- दिन में एक बार डॉक्टर की सलाह के अनुसार लें।
4. गिलोय काढ़ा
- 1 चम्मच गिलोय पाउडर, 1/2 चम्मच हल्दी, और कुछ तुलसी पत्ते लें।
- इसे 2 गिलास पानी में उबालें जब तक कि पानी आधा न रह जाए।
- इसे छानकर पीएं, यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के साथ इम्यूनिटी भी बढ़ाता है।
गिलोय का सेवन करते समय इन बातों का रखें ध्यान
✔ अत्यधिक सेवन न करें – ज्यादा मात्रा में लेने से ब्लड शुगर बहुत कम हो सकता है, जिससे कमजोरी और सिरदर्द हो सकता है।
✔ डॉक्टर से सलाह लें – अगर आप पहले से डायबिटीज की दवाएं ले रहे हैं, तो गिलोय का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
✔ गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं सावधानी बरतें – गिलोय का असर गर्भ में पल रहे शिशु या दूध पिलाने वाली महिलाओं पर पड़ सकता है।
✔ ऑटोइम्यून बीमारियों में सावधानी बरतें – अगर किसी को थायरॉइड, ल्यूपस, या रूमेटाइड आर्थराइटिस जैसी बीमारी है, तो गिलोय का सेवन डॉक्टर की सलाह से करें।
गिलोय एक प्राकृतिक और आयुर्वेदिक उपाय है, जो डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है। इसके ब्लड शुगर को नियंत्रित करने, मेटाबॉलिज्म बढ़ाने और इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम करने वाले गुण इसे डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद बनाते हैं। लेकिन इसका सही मात्रा में और डॉक्टर की सलाह से ही सेवन करें, ताकि इसके अधिकतम लाभ मिल सकें।