खुद के बिजनेस से रोजगार की नई दिशा: जयपुर के स्टार्टअप्स से जानिए सफलता के राज

आजकल सरकारी नौकरियों के अवसर घटने के साथ-साथ शहरों के युवाओं में खुद का व्यवसाय शुरू करने की एक नई लहर उठ रही है। ये युवा अब सिर्फ नौकरी करने वाले नहीं, बल्कि रोजगार देने वाले बनने की ओर बढ़ रहे हैं। स्टार्टअप्स की दुनिया जितनी आकर्षक है, उतनी ही मेहनत से भरी भी है।

कोरोना महामारी के दौरान एक नया शब्द आम हो गया, वह है ‘स्टार्टअप’। आपने इसे अक्सर सुना होगा, जैसे “मेरा स्टार्टअप”, “उसका स्टार्टअप”, “इसका स्टार्टअप”। स्टार्टअप का मतलब होता है किसी नए व्यवसाय की शुरुआत। अब कई युवा इसे अपनाकर समाज में बदलाव ला रहे हैं और खुद के बिजनेस को सफलता की ऊंचाइयों तक ले जा रहे हैं।

शहर के युवा विभिन्न क्षेत्रों में अपने स्टार्टअप्स से एक नई पहचान बना रहे हैं। कुछ ने अपनी सेवाओं से लोगों की सेहत को बेहतर बनाया, तो कुछ ने पुरानी चीजों को एक नए रूप में पेश कर दिया। ये युवा न केवल अपने व्यवसाय को सफल बना रहे हैं, बल्कि दूसरों को भी रोजगार दे रहे हैं और खुद को आत्मनिर्भर बना रहे हैं। इन्होंने यह साबित कर दिया कि ईमानदारी और मेहनत से सफलता जरूर मिलती है।

आज के युवा अब नौकरी की तलाश में नहीं हैं, बल्कि खुद का बिजनेस खड़ा करने में विश्वास रखते हैं। वे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स जैसे ऐप्स का इस्तेमाल करके अपने उत्पादों को वैश्विक बाजार में पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। जयपुर के युवा स्टार्टअप्स की इस लहर को और आगे बढ़ा रहे हैं।

कुछ प्रेरणादायक स्टार्टअप्स:

फोल्डेबल व्हीकल
कार्तिकेय गुप्ता ने 2019 में एक इलेक्ट्रिक फोल्डेबल व्हीकल बनाया, जिसे आसानी से कहीं भी ले जाया जा सकता है। इस व्हीकल का वजन सिर्फ 14 किलो है और इसकी कीमत ₹29,999 है। वे अपनी वेबसाइट के माध्यम से अब तक 4 यूनिट्स बेच चुके हैं।

ठेला गाड़ी
कपिल गर्ग ने 2019 में ‘ठेला गाड़ी’ स्टार्टअप शुरू किया, जहां उन्होंने चाइना और थाईलैंड से आयात की गई स्टाइलिश और फैशनेबल जुराबें बेचीं। अब तक वे 3 लाख से ज्यादा जुराबें बेच चुके हैं और उनका कारोबार ₹3 करोड़ तक पहुंच चुका है।

फ्रेशवुक (डॉग फूड)
तेजविंदर सिंह ने 2021 में अपने डॉग के लिए शाकाहारी और ग्लूटन-फ्री डॉग फूड बनाना शुरू किया। अब वे महीने में 9,000 पाउच बेच रहे हैं और भारत में डॉग फूड के बढ़ते बाजार में अपनी पहचान बना रहे हैं।

यह भी पढ़ें:

25 साल में खुद को नहीं बदला, फिर भी माधवन आज भी हैं इंडस्ट्री में टॉप