भारत में बढ़ते समय के साथ मोटापा या ओबेसिटी से जूझ रहे लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मोटापा सिर्फ शरीर में चर्बी का जमाव नहीं है, बल्कि यह कई गंभीर बीमारियों का कारण भी बन सकता है। हाल की एक स्टडी में मोटापे से जुड़ी अहम जानकारी सामने आई है, जिसने सभी को हैरान कर दिया। इस स्टडी के अनुसार, मोटापे की भी एक स्टेज होती है, जिसे जानकर आप अपने शरीर में होने वाली बीमारियों की गंभीरता को समझ सकते हैं।
मोटापे की स्टेज –
हाल ही में नेशनल डायबिटीज, ओबेसिटी एंड कोलेस्ट्रॉल फाउंडेशन (एन-डॉक), फोर्टिस अस्पताल (C-DOC) और एम्स दिल्ली ने मोटापे के स्टेज के बारे में एक स्टडी साझा की। इस शोध ने मोटापे की परिभाषा को ही बदल दिया है। इस स्टडी में 2022 से 2023 के बीच युवा, महिलाओं और बुजुर्गों पर किया गया शोध दिखाता है कि मोटापा दो स्टेजों में विभाजित हो सकता है।
मोटापे की दो स्टेज –
पहली स्टेज – साधारण मोटापा
पहली स्टेज को साधारण मोटापा कहा जाता है। इसमें BMI 23 से ज्यादा होने पर शरीर में एक्स्ट्रा चर्बी जमा होती है, लेकिन इसमें व्यक्ति को रोजमर्रा के कामों में कोई खास परेशानी नहीं होती है। हालांकि, अगर इसे समय रहते ठीक नहीं किया जाता, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। इसे “इनोसियस ओबेसिटी” भी कहा जाता है।
दूसरी स्टेज – ओबेसिटी विद कंसिक्वेंसेज
दूसरी स्टेज में शरीर के अंगों में एक्स्ट्रा चर्बी ज्यादा होती है, जिससे शरीर के अंग बेडौल दिखने लगते हैं। इस स्टेज को “स्टेज 2 मोटापा” कहा जाता है, जिसमें गंभीर बीमारियों के होने के चांस कई गुना बढ़ जाते हैं। इसमें कमर का जरूरत से ज्यादा बढ़ना, छाती का चौड़ा होना, और शरीर का भारी और बेडौल होना शामिल है। यह मोटापे की स्टेज “ओबेसिटी विद कंसिक्वेंसेज” के नाम से जानी जाती है।
मोटापे को कैसे कंट्रोल करें –
नई स्टडी के अनुसार, पेट के आसपास जमी चर्बी से शरीर में कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं, जैसे कि डायबिटीज और हार्ट डिजीज। इस प्रकार के मोटापे से बचने के लिए आपको अपनी डाइट और खानपान की आदतों में सुधार लाना होगा। यदि समस्या ज्यादा बढ़ जाए तो डॉक्टर से सलाह लेना भी जरूरी है।