जानिए, मिश्री खाने के नुकसान के बारे में

मिश्री पाए जाने वाले पोषक तत्वों में से एक है. आमतौर पर लोग मिश्री बॉडी को रिफ्रेश करने के लिए खाते हैं. मिश्री के ढेर सारे फायदे हैं. लेकिन इसके साथ विशेष बात ये है कि मिश्री का प्रयोग चाय वगैरह बनाने में नहीं किया जाता है. इसे किसी विशेष समारोह, पूजा अर्चना में सेवन किया जाता है. जानने की कोशिश करते हैं कि कभी कभी मिश्री का स्वाद लेना बॉडी को कितना फायदा देता है. वहीं, मिश्री खाने के नुकसान क्या है?

मिश्री सूजन कम करने का भी काम करती है. दरअसल, मिश्री में ग्लाइसिरिज़िन नामक तत्व है. ये नेचुरल कंपाउंड एंटीइंफ्लेमेटरी गुण से भरूपर होता है. यह सूजन को कम करने का भी काम करता है.

आमतौर पर लोगों में सर्दी होने पर कफ का प्रकोप बढ़ जाता है. इससे खांसी, जुकाम की समस्या कम होती है. आयुर्वेद के अनुसार, मिश्री खांसी के इलाज में प्रयोग की जाती है. यदि किसी के गले में खराश है तो काली मिर्च, घी के साथ मिश्री खाने पर बहुत फायदा मिलता है.

मुंह में बेड बैक्टीरिया पनपने, लार न बनने के कारण बदबू आने लगती है. मिश्री के साथ यदि सौंफ खा ली जाए तो यह बेड बैक्टीरिया को खत्म करने का काम करती है. इससे मुंह का स्वाद बदल जाता है ओर खुशबू आने लगती है.

मिश्री खाने का एक लाभा यह भी है कि ये एनर्जी बूस्ट करने का भी काम करती है. जैसे ही मिश्री खाते हैं तो तुरंत एनर्जी आने का अहसास होता है.

मिश्री का तंत्रिका तंत्र और ब्रेन पर भी असर देखा गया है. इस तनाव और डिप्रेशन में भी असर देखा गया है.

मिश्री में केल्शियम, आयरन, फॉस्फोरस जैसे भरपूर खनिज पदार्थ पाए जाते हैं. ये हड्डियों और दांतों को हेल्दी बनाए रखते हैं.

वैसे तो मिश्री के कई सारे फायदे हैं. मगर ये भी जरूरी नहीं है कि मिश्री सभी को फायदा करे. यदि डायबिटीक पेशेंट है तो मिश्री खाने से बचना चाहिए. मिश्री में काफी अधिक शुगर होता है. ऐसे में डायबिटीक पेशेंट की शुगर बढ़ सकती है. मिश्री चीनी का ही एक कंटेट माना जाता है. जिस तरह चीनी मोटापा बढ़ाने का काम करती है. उसी तरह मिश्री भी मोटापा बढ़ा सकती है. वही बहुत अधिक मिश्री खाने से पेट संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं.

यह भी पढे –

जानिए,आदित्य रॉय कपूर की ‘Gumraah’ हुई फ्लॉप, तीसरे दिन की कमाई भी रही बेहद कम

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *