डायबिटीज की बीमारी पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ी है। इस बीमारी में शरीर में शुगर का स्तर असंतुलित रहता है, जिसे हाई या लो ब्लड शुगर कहा जाता है। डायबिटीज के मरीजों को रात के समय शुगर लेवल कम होने के कुछ संकेत मिल सकते हैं, जिन्हें नजरअंदाज करना हानिकारक हो सकता है। जब शुगर का स्तर सामान्य से कम हो, यानी 70 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर से कम हो, तो इसे हाइपोग्लाइसीमिया कहा जाता है। आइए जानते हैं कि रात के समय इसके संकेत कैसे दिखाई देते हैं और यह स्थिति कितनी गंभीर हो सकती है।
रात के समय शुगर लेवल कम होने के संकेत
पसीना आना – रात के समय अचानक पसीना आना, खासकर ठंडे पसीने के रूप में, यह एक संकेत हो सकता है कि आपके शरीर में शुगर लेवल कम है।
हाथ-पैर में झनझनाहट – जब ब्लड शुगर कम होता है, तो हाथ और पैर में झनझनाहट महसूस होती है, जो रात के समय सामान्य है।
चिंता और घबराहट – रात के समय ज्यादा चिंता, स्ट्रेस या घबराहट महसूस होना भी शुगर लेवल के कम होने का संकेत हो सकता है।
भूख लगना – रात को अचानक नींद टूटने और फिर भूख महसूस होना भी ब्लड शुगर के कम होने का संकेत है।
पेट में उलझन – पेट में दर्द, घबराहट या अन्य समस्याएं रात के समय शुगर लेवल कम होने का संकेत हो सकती हैं।
दिल की धड़कन बढ़ना – अगर रात के समय दिल की धड़कन तेज हो जाती है, तो यह भी शुगर लेवल के कम होने का संकेत है।
सिरदर्द – रात के समय अचानक सिर में तेज दर्द महसूस होना भी शुगर लेवल कम होने का एक और संकेत हो सकता है।
शुगर लेवल को बैलेंस कैसे करें?
कार्बोहाइड्रेट फ्रूट्स का सेवन करें – नाश्पाती, सेब और केले जैसे फलों का सेवन करें।
ट्रांसफैट्स और सैचुरेटेड फैट्स से बचें – इनका सेवन कम करें।
व्यायाम करें – रोजाना हलका-फुलका व्यायाम करें।
सेहतमंद आहार का सेवन करें – प्रोटीन और फाइबर से भरपूर आहार लें।
पर्याप्त पानी पिएं – शरीर को हाइड्रेटेड रखें।
स्ट्रेस कम करें – तनाव को नियंत्रित करने के उपाय अपनाएं।
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