लिवर हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो शरीर से हानिकारक टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है। यह पाचन को सही रखने और शरीर के अन्य अंगों की कार्यक्षमता को बनाए रखने का काम करता है। ऐसे में लिवर का स्वस्थ रहना बेहद जरूरी हो जाता है। आयुर्वेद में लिवर को डिटॉक्स करने के लिए कई नेचुरल फूड्स और जड़ी बूटियों का उल्लेख किया गया है, जो न केवल लिवर की कार्यक्षमता को बढ़ाते हैं, बल्कि शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में भी सहायक होते हैं। आज हम आपको उन 5 आयुर्वेदिक फूड्स के बारे में बताएंगे, जो लिवर के स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
ये हैं 5 आयुर्वेदिक फूड्स:
मूली
मूली लिवर को डिटॉक्स करने में सबसे प्रभावी मानी जाती है। यह पित्त को शांत करती है, जिससे गर्मियों में शरीर को ठंडक मिलती है। इसके सेवन से लिवर की कार्यक्षमता में सुधार होता है।
पूनर्नवा
यह आयुर्वेदिक जड़ी बूटी ब्लॉकेज की समस्या को दूर करने में सहायक होती है। यह लिवर में ज्यादा पानी को भरने से रोकती है और इसके कार्य को बेहतर बनाती है। आप इसका जूस पी सकते हैं या देसी घी में पकाकर खा सकते हैं।
कालमेघ
कालमेघ एक स्ट्रॉंग डिटॉक्सिफायर है, जो टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है। यह पित्त को बैलेंस करने में सहायक होता है। आप इसे हर्बल टी की तरह सेवन कर सकते हैं।
मकोय
लिवर में सूजन की समस्या हो तो मकोय का सेवन फायदेमंद हो सकता है। यह हेपेटाइटिस जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है और लिवर के लिए एक प्रभावी औषधि मानी जाती है। रोजाना इसका सेवन करना फायदेमंद है।
कमल ककड़ी
कमल ककड़ी यानी कमल के फूल की जड़ें, जो न केवल स्वादिष्ट होती हैं, बल्कि लिवर की कार्यक्षमता बढ़ाने में मदद करती हैं। यह शरीर की गर्मी को कम करती है और डाइजेशन को सुधारती है। आप इसका सूप बना कर भी पी सकते हैं।
लिवर डैमेज के संकेत:
पीलिया होना
हाथ-पैरों में सूजन
पाचन की समस्या होना
घबराहट और जी मिचलाना
गहरे रंग का पेशाब
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