दाँतों को नुकसान क्यों पहुँचता है इस बात को समझने से पहले ये जानना ज़रूरी है कि दाँत होता क्या है। असल में दाँत, मुँह (या जबड़ों) में स्थित छोटे, सफेद रंग की संरचनाएं हैं जो बहुत से कशेरुक (vertebra) प्राणियों में पाया जाता है। दाँत, भोजन को चीरने, चबाने आदि के काम आते हैं। कुछ पशु (विशेषत मांस खाने वाले) शिकार करने एवं रक्षा करने के लिये भी दाँतों का उपयोग करते हैं। दाँतों की जड़ें मसूड़ों से ढकी होती हैं। दाँत, अस्थियों (हड्डी) के नहीं बने होते बल्कि ये अलग-अलग घनत्व व कोठर ऊतकों या टिशुओं से बने होते हैं।आज हम आपको बताएंगे घरेलू नुस्खे जिसे अपनाकर आप दांतों की सड़न को कम कर सकते।
दांतों की सड़न को कम करने के लिए कुछ प्रभावी और सुरक्षित घरेलू नुस्खे हैं जो निम्नलिखित हैं:
लौंग (Clove): लौंग एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है, जो दांतों की सड़न को कम करने में मदद कर सकता है। एक छोटी सी लौंग को कुचलकर दांत के ऊपर रखें और कुछ समय तक उसको चबाएं। इससे दांत की सड़न को कम करने में मदद मिल सकती है।
नमक (Salt): गर्म पानी में एक छोटी सी मात्रा में नमक मिलाकर गरारा करने से दांतों की सड़न को कम किया जा सकता है। नमक एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर होता है जो मुख्यतः बैक्टीरिया को मार सकते हैं।
हल्दी (Turmeric): हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो दांतों की सड़न को कम करने में मदद कर सकते हैं। थोड़ी सी हल्दी को गर्म पानी के साथ मिलाकर दांतों के साथ मसाज करें।
अदरक (Ginger): अदरक में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो दांतों की सड़न को कम करने में मदद कर सकते हैं।
नीम (Neem): नीम के पत्ते और दातुन का उपयोग भी दांतों की सड़न को कम करने में मदद कर सकता है। नीम के पत्तों को पीसकर पेस्ट बनाएं और उसे दांतों पर लगाएं, या नीम का दातुन उपयोग करें।
ये घरेलू उपचार दांतों की सड़न को कम करने में मदद कर सकते हैं, लेकिन यदि समस्या गंभीर है या दिक्कत बढ़ रही है, तो आपको दंत चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।
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