गर्मियों में मटके का पानी क्यों है सबसे बेहतर? जानिए फायदे और सही मटका चुनने के टिप्स

गर्मियों में जब प्यास तेज लगती है, तो ठंडे मटके का पानी हर किसी की पहली पसंद बन जाता है। यह न सिर्फ प्राकृतिक रूप से ठंडा होता है, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद माना जाता है। लेकिन मटके का सही चुनाव और सफाई बेहद जरूरी है, वरना यह फायदे की जगह नुकसान भी पहुंचा सकता है।

🌿 मटके का पानी – फायदों की भरमार!
🔹 प्राकृतिक मिनरल्स से भरपूर:
मटके की मिट्टी से पानी में आयरन समेत कई जरूरी खनिज मिल जाते हैं जो शरीर के लिए लाभकारी हैं।

🔹 विटामिन बी और सी से इम्युनिटी बूस्ट:
ये विटामिन्स शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं और आपको बार-बार बीमार होने से बचाते हैं।

🔹 एसिडिटी से राहत:
मटके का पानी क्षारीय गुणों वाला होता है, जो शरीर के अम्लीय स्वभाव को संतुलित करता है। इससे गैस और अपच की समस्या दूर रहती है।

🔹 पाचन और हार्मोन बैलेंस:
यह पानी मेटाबॉलिज्म को सुधारता है और टेस्टोस्टेरोन लेवल को भी संतुलित बनाए रखने में मदद करता है।

✅ कैसे चुनें सही मटका – अपनाएं ये 3 आसान तरीके
बिना पेंट या कलर वाला मटका चुनें:
भीतर या बाहर किसी भी प्रकार की रंगाई से बचें। अंदर पेंट हो तो वह पानी में घुलकर शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है।

POP वाला मटका न लें:
अगर सफेद मटका खरीद रहे हैं, तो उसे उंगली से रगड़ें। अगर सफेद पाउडर निकलता है, तो वह POP मिला हुआ है जो सेहत के लिए हानिकारक होता है।

चमकदार मटके से बचें:
सिरेमिक या वार्निश की चमक वाले मटकों में हानिकारक केमिकल होते हैं। ऐसे मटकों से परहेज़ करें।

🧼 मटके की सफाई भी है जरूरी
सप्ताह में कम से कम दो बार मटका अंदर-बाहर से अच्छे से साफ करें।

फंगस से बचाने के लिए मटका धोने के बाद उसे धूप में सूखने दें।

जब पूरी तरह सूख जाए, तभी उसमें पानी भरें।

🚱 टोंटी वाला मटका लें या नहीं?
टोंटी वाले मटके से हाथ न लगाकर पानी निकाला जा सकता है, जो साफ-सफाई के लिहाज से अच्छा है। लेकिन कई बार टोंटी खराब हो जाती है या पानी टपकने लगता है। ऐसे में बिना टोंटी वाला मटका ज्यादा टिकाऊ और भरोसेमंद होता है।

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