इमली का नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है. जाहिर सी बात है इसका स्वाद इतना चटपटा और खट्टा है कि कोई भी इसे खाने के लिए बेचैन हो सकता है.खासकर महिलाओं को इमली खूब पसंद आती है वैसे तो इसका इस्तेमाल सूप, सांभर में स्वाद के लिए किया जाता है, लेकिन जरूरत से ज्यादा इसका इस्तेमाल हानिकारक प्रभाव छोड़ सकता है. ज्यादातर लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं है. रोजाना 10 ग्राम इमली का सेवन सुरक्षित है लेकिन स्वाद के चलते जो इसका सेवन ज्यादा मात्रा में कर लेते हैं तो उसका साइड इफेक्ट शरीर पर दिखने लगता है.
ऐसे लोग जिनको दातों की समस्या है, उन्हें इमली का सेवन नहीं करना चाहिए. इमली के सेवन करने से दांतों की बनावट खराब हो सकती है. इसके अलावा दांत के इनेमल को नुकसान पहुंच सकता है. जी हां दांतों के इनेमल में एसिड कंपोनेंट के कारण जंग लगने की संभावना हो सकती है.
बहुत ऐसे लोग हैं जिन्हें इमली बहुत ज्यादा पसंद है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इससे एलर्जी भी हो सकती है, एलर्जी इमली के सबसे आम नुकसान में से एक है. इसे खाने के बाद दाद, खुजली, सूजन,उल्टी सांस की तकलीफ जैसी समस्याएं हो सकती है.
इमली खट्टी यानी के एक एसिडिक फल है. इमली में टैनिन और अन्य योगिक होते हैं जो पाचन को मुश्किल बना सकते हैं. जब इसे खाते हैं तो पेट में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में एसिड का स्तर बढ़ जाता है.पेट फूलने लगता है.एसिड रिफ्लेक्स जैसी पाचन संबंधी दिक्कतें हो सकती है इसलिए बेहतर होगा इससे दूरी बनाए रखें.
कुछ मेडिकल कंडीशन जैसी अगर आप कोई दर्द निवारक दवा ले रहे हैं या नॉन स्टेरॉयडल anti-inflammatory दवाई ले रहे हैं, तो इमली का सेवन बिल्कुल ना करें नहीं तो इन दवाओं के असर को इमली प्रभावित कर सकती है.
इमली का अधिक सेवन ब्लड शुगर लेवल कम कर सकता है शुगर के रोगी अगर पहले से डायबिटीज की कोई दवा का सेवन कर रहे हैं तो इमली का सेवन करने से बचना चाहिए. इसके अलावा गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी इमली खाने की मनाही होती है क्योंकि इमली का नाम गरम खाद्य में शुमार होता है जो शरीर में गर्मी पैदा कर सकता है जिससे भ्रूण को नुकसान पहुंच सकता है.
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