भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने आज नीदरलैंड्स खिलाफ मिली 160 रनों की जीत के बाद कहा कि हम आगे की नहीं, एक समय में एक मैच के बारे में सोचते है।
एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में रोहित शर्मा ने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो हमने इस टूर्नामेंट में कभी भी जयादा आगे का नहीं सोचा है। इस तरह के बड़े टूर्नामेंट में आप ज्यादा आगे की नहीं सोच सकते। अगर सब सही रहा तो आपको 11 मैच खेलने होते हैं, इसी कारण से एक समय पर एक मैच के बारे में सोचना ज्यादा सही है। हमने अब तक जिस तरह का प्रदर्शन किया, वह कमाल का रहा है। हर मैच में हमारेे कई खिलाड़ी सामने आए हैं और जिम्मेदारी के साथ अच्छा प्रदर्शन किया है। हमें यहां का कंडीशन पता है लेकिन कभी भी अलग-अलग टीमों के ख़िलाफ़ खेलना आसान नहीं होता है। ड्रेसिंग रूम का माहौल बनाने के लिए अच्छे परिणाम की आवश्यकता होती है। हालांकि हमारी कोशिश रही है कि ड्रेसिंग रूम के माहौल को लाइट रखा जाए। साथ ही हमारे खिलाड़ियों के बीच काफ़ी बढ़िया रिश्ता भी है। आज कई अलग-अलग खिलाड़ियों ने गेंदबाजी की। हम छठे गेंदबाज को लेकर सोच रहे थे। आज हम एक बोलिंग यूनिट के रूप में काफी कुछ ट्राय कर रहे थे। जब वाइड यॉर्कर की जरूरत नहीं थी, तब हमारे गेंदबाज़ वाइड यॉर्कर फेंकने का प्रयास कर रहे थे। यह हमारे आगे की तैयारी के लिए थी।
वहीं नीदरलैंड्स के कप्तान स्कॉट एडवर्ड्स ने कहा कि हमने इस टूर्नामेंट में दो अच्छा मैच खेले और उसमें हमें जीत भी मिली। हमें पहले ही पता था कि यह टूर्नामेंट कहीं से भी आसान नहीं होने वाला है। हालांकि हमें काफी कुछ सीखने को मिला है। आज के मैच में उन्होंने बल्ले के साथ काफ़ी अच्छा प्रदर्शन किया। इस टूर्नामेंट उन्हें हराना कहीं से भी आसान नहीं है।
प्लेयर ऑफ द मैच श्रेयस अय्यर ने कहा कि मुझे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही शतक बनाना था लेकिन वहां मैं अपना विकेट फेंक कर चला गया था। यह कहीं से भी आसान टास्क नहीं था। हालांकि पिछली कुछ मैचों में मुझे रन मिले थे और उससे मुझे आत्मिविश्वास मिला था। आज का विकेट थोड़ा ट्रिकी था लेकिन मैंने पहले विकेट पर समय बिताया और फिर जब सेट हो गया तो अपना शॉट खेला।
भारतीय कोच राहुल द्रविड़ ने कहा कि हमें छह दिन का ब्रेक मिला था। इसका हमें काफी फायदा मिला। हमें सेमीफाइनल से पहले इसी तरह के मैच की जरूरत थी। हमारा मिडिल ऑर्डर बहुत शानदार रहा है। यह अलग बात है कि हमारा टॉप ऑर्डर बहुत रन बना रहा है लेकिन मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करना कहीं से भी आसान नहीं है। वहां पर गेंद सॉफ्ट हो जाता है और स्पिनरों को मदद मिलती है।
– एजेंसी