राहुल गांधी ने रविवार को बूंदी में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ये भारत माता की देश के लोग हैं। मैंने सिर्फ एक सवाल पार्लियामेंट में पूछा कि ये भारत माता कौन है।
आदिवासी कितने, गरीब कितने, अमीर कितने, मैं ये जानना चाहता हूं। अगर हमें इस देश में मालूम ही नहीं कि गरीब कितने, अमीर कितने तो भारत माता की जय का मतलब क्या है। इसलिए इस देश को एक क्रांतिकारी काम करना है। हमें जातिगत जनगणना करवानी पड़ेगी। देश में पिछड़ों की आबादी लगभग 50 प्रतिशत है, लेकिन दलितों को चलाने में इनकी कोई भूमिका नहीं है।
उन्होंने कहा कि देश को विधायक या सांसद नहीं चलाते। देश को सरकार के अफसर चलाते हैं। नेता चुनाव हारते हैं, लेकिन अफसर कभी बदला नहीं जाता। इसलिए मैंने पार्लियामेंट में सवाल पूछा नरेन्द्र मोदी से कि आप अपने आप को ओबीसी कहते हो, लेकिन देश को जो 90 अफसर चलाते हैं उसमें से ओबीसी, दलित, आदिवासी कितने हैं? नरेन्द्र मोदी कुछ नहीं बोले। राहुल गांधी ने कहा कि मोदी लगातार अपने उद्योगपति मित्रों का पैसा माफ कर रहे हैं। उन्होंने 14 लाख करोड़ रुपये का कर्जा माफ किया है। मोदी ने कोविड के समय पिछड़े, दलितों और आदिवासियों को मरवा दिया।
राहुल ने कहा कि नरेन्द्र मोदी कहते हैं देश में केवल एक जात है और वो है गरीब। जब ओबीसी को भागीदारी देने की बात आई, जब दलितों को भागीदारी देने की बात आई तब नरेन्द्र मोदी कहते हैं इस देश में न दलित-न आदिवासी। जब चुनाव जीतने की बात आई तो मोदी कहते हैं कि मैं तो ओबीसी हूं। या तो आप ओबीसी हैं या इस देश में एक जात है। आप चौंक जाओगे 90 अफसरों में से तीन अफसर ओबीसी। आबादी 50 प्रतिशत, मतलब कम से कम 45 ओबीसी अफसर होने चाहिए। जो तीन ओबीसी अफसर है वे भी कोने में पीछे बैठे हुए हैं। ये वो 90 अफसर है जो हिंदुस्तान का बजट बांटते हैं।
उन्होंने कहा कि कुछ भी हो जाए नरेन्द्र मोदी जाति जनगणना नहीं कर सकते। जातिगत जनगणना केवल राहुल गांधी और कांग्रेस कर सकती है। जिस दिन जातिगत जनगणना हो गया और जिस दिन आदिवासी, दलितों को ये जनगणना की बात समझ आ गई। उस दिन ये देश बदल जाएगा। अब देश को बदलने का समय आ गया है। दो हिंदुस्तान बन गए हैं। एक अरबपतियों का हिंदुस्तान। दूसरी तरफ किसान जब कर्जा माफ करने की बात करता है तो बीजेपी के प्रदेश में दो लाठी लगती है, अंदर कर देते हैं। छोटा दुकानदार कर्जा मांगते हैं तो उसे भगा दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान के हर घर में एक महिला को 10 हजार रुपये डालकर बैंक अकाउंट खुलेगा। चुनाव के बाद महिलाओं को 500 रुपये का गैस सिलेंडर मिलेगा, आप लिख लो। ये चाहते हैं कि दो हिंदुस्तान हों। एक अडानी वाला उसमें सभी लोग अंग्रेजी बोलें। दूसरा हिंदुस्तान जहां अंग्रेजी न चलें। इसलिए हमने राजस्थान में अंग्रेजी स्कूल का जाल फैला दिया और हमने पुरानी पेंशन स्कीम फिर से लागू की।
– एजेंसी