कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा के साथ हाथ मिलाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला करते हुए मंगलवार को कहा कि बिहार में विपक्षी दलों का महागठबंधन जदयू अध्यक्ष के बिना राज्य में समाज के आर्थिक और सामाजिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘‘(हमें) नीतीश जी की कोई ज़रूरत नहीं है… हमें उनकी बिल्कुल भी ज़रूरत नहीं है।”
राहुल गांधी ने पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में एक रैली को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा,” हम किसानों के हितों के लिए लड़ते रहेंगे। बिहार में किसान आर्थिक अन्याय के शिकार हैं।” राहुल गांधी ने कहा, ”देश को ओबीसी, दलित, आदिवासियों, आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों आदि की आबादी की सटीक संख्या निर्धारित करने के लिए एक्सरे की आवश्यकता है।”
लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में राहुल गांधी की यह पहली बड़ी रैली है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ”भारत जोड़ो न्याय यात्रा” मंगलवार को पूर्णिया पहुंची। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पूर्णिया नहीं पहुंच सके। बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद ने कहा कि दृश्यता कम होने के कारण उनका (खड़गे का) विमान पूर्णिया हवाई अड्डे तक नहीं पहुंच सका। रैली को खड़गे ने अपने एक वीडियो संदेश के जरिए संबोधित किया।
सभा को छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने भी संबोधित किया। ”भारत जोड़ो न्याय यात्रा” के तहत गांधी का काफिला रात्रि विश्राम के लिए निकटवर्ती अररिया में रुका था। एक दिन पहले उनकी इस यात्रा ने किशनगंज जिले से बिहार में प्रवेश किया था।
अररिया से रवाना होने से पहले सुबह कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महात्मा गांधी की पुण्य तिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उनके साथ शामिल स्वराज अभियान के संस्थापक योगेन्द्र यादव भी थे।
राहुल गांधी ने दो दिन पहले पाला बदलने वाले जदयू अध्यक्ष की अब तक सीधे तौर पर आलोचना करने से परहेज किया था। राहुल गांधी को आखिरी बार पिछले साल बिहार में नीतीश कुमार द्वारा आयोजित भाजपा विरोधी दलों की बैठक में देखा गया था।
हालांकि राहुल गांधी के करीबी सहयोगी और कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोमवार को कुमार पर तीखा हमला किया था और दावा किया था कि विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन से उनके बाहर जाने पर विपक्षी गठबंधन के कई नेता राहत की सांस ले रहे हैं।
– एजेंसी