पश्चिमी विक्षोभ और पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी से समूचे उत्तर भारत और कई अन्य राज्यों में मंगलवार को शीतलहर का प्रकोप रहा।
मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली-एनसीआर समेत जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, राजस्थान, मध्यप्रदेश और बिहार में शीतलहर का प्रकोप है। राजधानी दिल्ली और एनसीआर में मंगलवार को लोगों को ठंड के साथ-साथ धुंध और कोहरे का भी सामना करना पड़ा है। धुंध और घने कोहरे के कारण कई जगहों पर सुबह के समय दृश्यता का स्तर काफी कम रहा। इसके कारण आम जनजीवन के साथ-साथ यातायात प्रभावित रहा।
कोहरे के कारण ट्रेनें भी देरी से चल रही हैं या फिर उन्हें रद्द कर दिया गया है। राजधानी दिल्ली में मंगलवार शाम न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। विभाग ने राजधानी दिल्ली में बुधवार सुबह का तापमान नौ डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान व्यक्त किया है।
उत्तर प्रदेश के अधिसंख्य इलाकों में घना कोहरा और चुभती बर्फीली हवाओं ने जनजीवन प्रभावित किया है। मौसम विभाग के अनुसार कम से कम अगले 48 घंटों तक मौसम के तल्ख मिजाज में नर्मी के कोई आसार नहीं हैं।
समूचे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलावा लखनऊ, कानपुर और आसपास के इलाकों में मंगलवार को सूर्य के दर्शन नहीं हुये और कड़ाके की सर्दी के बीच बर्फीली हवाओं से सड़कों पर अघोषित कर्फ्यू के हालात बने रहे। लोग जरूरी काम से ही घर से बाहर निकले। ठंड के मद्देनजर लगभग सभी जिलों में आठवीं तक के स्कूलों को बंद कर दिया गया है, जबकि 12वीं कक्षा तक के स्कूलों के समय में परिवर्तन किया गया है।
मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुये कहा है कि कमजोर, बीमार, बुजुर्ग और बच्चों से खास एहतियात बरतने को कहा
है। किसान शाम ढलने के बाद खेत जाने से परहेज करें। कम से कम पांच जनवरी तक मौसम के तेवर तल्ख ही बने रहने का अनुमान है।
कड़ाके की ठंड के कारण विभिन्न स्थानों से लोगों की मौत होने की भी सूचना है, हालांकि आधिकारिक तौर पर ठंड से कोई मौत होने की जानकारी नहीं दी गयी है। ठंड के कारण आमजन ही नहीं पशु-पक्षी भी सुरक्षित ठिकानों पर दुबके हुये हैं, गली-कूचों में भी आमतौर पर सन्नाटा पसरा हुआ है। बाजारों में ग्राहकों की संख्या में काफी गिरावट दर्ज की जा रही है, हालांकि गर्म कपड़े, गर्मी पैदा करने वाले इलेक्ट्रिक उपकरणों की खरीदारी में तेजी देखी जा रही है।
मौसम विभाग के अनुसार पर्वतीय क्षेत्रों में हो रही बर्फवारी और पश्चिमी विक्षोभ के कारण निम्न दबाव का क्षेत्र बनने के कारण मौसम के रुख में परिवर्तन आया है जिसके अगले कुछ दिनों तक बने रहने के आसार हैं। इस दौरान अधिसंख्य क्षेत्रों में मौसम आमतौर पर शुष्क रहेगा और दिन एवं रात के तापमान में मामूली गिरावट होने का अनुमान है। इस अवधि में अधिकतम तापमान में पांच डिग्री और न्यूनतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस तक की कमी आने का अनुमान है। काशी में भी सुबह से ही शीतलहर जारी रही। यहां सोमवार को भी दिन में धूप नहीं निकली और उत्तर-पश्चिमी हवाओं में नमी अधिक होने से कड़ाके की सर्दी रही। शाम होते ही पछुआ हवाएं और तेज हो गईं। मौसम विभाग ने अगले तीन-चार दिनों तक ऐसे ही मौसम रहने का अनुमान जताया है। यहां सोमवार को अधिकतम तापमान 15.5 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतम तापमान 10.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था।
उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के साथ ही उत्तरी सर्द हवाओं के चलते मध्यप्रदेश में ठंड ने आज भी तेवर दिखाया।
भोपाल मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक पी के साहा ने बताया कि प्रदेश भर में बीते दो दिनों से उत्तरी सर्द हवाओं के कारण ठंड अपने तेवर दिखा रहा है। यह स्थिति फिलहाल एक या दो दिन और बनी रह सकती है। इसके बाद अधिकतम और न्यूनतम दोनों तापमान बढ़ने के अनुमान है। मौसम में विशेष परिवर्तन के असार नहीं है। उन्होंने बताया कि मकर संक्राति के आसपास एक बार फिर ठंड तेवर दिखा सकता है। तब तक तापमान में मामूली उतार-चढ़ाव की स्थिति रहने का अनुमान है।
मध्यप्रदेश की राजधानी समेत सर्दी बढ़ने के साथ ही कई स्थानों पर कोहरे से जनजीवन प्रभावित रहा। राज्य के कई स्थानों पर घना कोहरा देखा गया। कोहरा इतना घना था कि सुबह 5़ 30 से 6़ 30 बजे के बीच दृश्यता 500 मीटर थी।
राज्य के गुना में सर्द सबसे ज्यादा रहा। यहां न्यूनतम पारा 5़ 6 डिग्री सेल्सियस डिग्री दर्ज हुआ तो वहीं सागर में कोल्ड डे रहा। नये साल से सर्दी ने तेवर दिखाना शुरू किया। सर्द हवाओं के कारण यहां तक कि अधिकतम तापमान में गिरावट हुई
है।
मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से में आने वाले छिंदवाड़ा, दमोह, जबलपुर, खजुराहो, मंडला, नरसिंहपुर, नौगांव, रीवा, सागर, सतना, सिवनी, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया और मलाजखंड में अधिकांश स्थानों पर बीते 24 घंटों के दौरान सर्द हवाओं के कारण अधिकतम और न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई। इसी प्रकार राज्य के पश्चिमी हिस्से में आने वाले बैतूल, भोपाल, दतिया, धार, गुना, ग्वालियर, नर्मदापुरम, इंदौर, खंडवा, खरगोन, पचमढ़ी, रायसेन, राजगढ़, रतलाम, शाजापुर, शिवपुरी व उज्जैन में भी दोनों तापमान में सर्द हवाओं से मामूली गिरावट के चलते ठंड ने असर दिखाया।
राजधानी भोपाल में सर्दी के कारण कलेक्टर अविनाश लवानिया ने स्कूलों का समय बढ़ाने के आदेश जारी किए हैं।
भोपाल के सभी शासकीय, अशासकीय स्कूल और आंगनवाड़ी सुबह साढ़े नौ बजे से शुरू होंगे। यह आदेश सभी स्कूलों पर आज से ही लागू होगा।
पश्चिमोत्तर क्षेत्र में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे का प्रकोप जारी रहने से आम जनजीवन प्रभावित रहा। घने कोहरे से हवाई,रेल और सड़क आवागमन पर असर पड़ा।
दोपहर बाद कोहरा छंटने के बाद यातायात सामान्य हुआ लेकिन दृश्यता कम होने से न तो कोई उड़ान आयी और न यहांं से जा सकी। अमृतसर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भी उड़ानें बुरी तरह प्रभावित रहीं। मौसम केन्द्र के अनुसार अगले तीन-चार दिन घने कोहरे से राहत के आसार नहीं हैं। क्षेत्र में अति घना कोहरा रहने के साथ कोल्ड डे और कहीं-कहीं शीतलहर का प्रकोप जारी रहने के आसार हैं। पंजाब में बठिंडा का पारा एक डिग्री और हरियाणा में सिरसा तीन डिग्री सेल्सियस रहा। क्षेत्र में कुछ स्थानों पर न्यूनतम पारा तीन से चार डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। चंडीगढ़ में सुबह घना कोहरा रहा तथा दिन में कोल्ड डे से ठिठुरन बढ़ गयी। दोपहर बाद मामूली गुनगुनी धूप निकली लेकिन ठंड से राहत न दिला सकी। शहर में पारा छह डिग्री सेल्सियस रहा। अंबाला सात डिग्री, हिसार चार डिग्री, करनाल सात डिग्री, करनाल सात डिग्री, रोहतक आठ
डिग्री, नारनौल चार डिग्री सेल्सियस रहा।
पंजाब में बठिंडा सबसे कम एक डिग्री, गुरदासपुर दो डिग्री तक गिर गया। अमृतसर पांच डिग्री ,लुधियाना पांच डिग्री, पटियाला चार डिग्री, पठानकोट छह डिग्री सेल्सियस रहा। अगले कुछ दिन ठंड तथा कोहरे से राहत के आसार नहीं हैं।
हरियाणा के जींद में कड़ाके की ठंड का दौर लगातार जारी है, जहां रात को घना कोहरा छाया रहा,वहीं दिन भर भी ठंड से कपकंपी छूटती रही।
मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को अधिकतम तापमान 14 डिग्री और न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम में आर्द्रता 63 प्रतिशत और हवा की गति 10 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई। इस बीच कृषि विशेषज्ञों ने किसानोंं को शाम के समय फसलों की हलकी सिंचाई की सलाह दी है और सब्जियों विशेषकर बेल वाली पर पराली से ढांपने की सलाह दी है।
मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को अधिकतम और न्यूनतम तापमान में और गिरावट आएगी। हवा की गति भी तेज रहने की संभावना है, जिसके कारण अच्छी खासी ठंड देखने को मिलेगी।
पांडू पिंडारा कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक डाॅ राजेश ने बताया कि ठंड को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। अगले तीन दिन कड़ाके की ठंड पड़ेगी। न्यूनतम तापमान में और गिरावट आएगी।
राजस्थान में शुरू हुई में गलन भरी सर्दी का असर अलवर जिले में भी दिखाई दे रहा है और जनजीवन प्रभावित हो गया। सर्दी के कारण बाजारों में पूरी तरह सूनापन दिखाई दे रहा है। इस समय हालांकि बच्चों के स्कूलों की शीतकालीन अवकाश चल रहे हैं।
जिले में सुबह से ही सूर्य भगवान के दर्शन नहीं हुए हैं और सूरज भी बादलों की ओट में छिपा हुआ है। कोहरा होने से जनजीवन पूरी तरह प्रभावित है। सड़कों पर वाहन भी लाइट जलाकर रेंग-रेंग कर चल रहे हैं।
सर्दी से बचाव के लिए ग्रामीण इलाकों में ही नहीं अब शहरी क्षेत्रों में भी लोगों ने अलाव जलाकर सर्दी से राहत पाने का प्रयास शुरू किया है। न्यूनतम तापमान भी तीन डिग्री तक पहुंच गया है। यातायात व्यवस्था पर भी इसका असर दिखाई दे रहा है जहां बसों में पहले भीड़ रहती थी अब शीत लहर के कारण भीड़ ट्रेनों में जा रही है लेकिन ट्रेनें भी अपने निर्धारित समय से काफी देर तक अपने गंतव्य स्थान तक पहुंच रही है।
मौसम विभाग के अनुसार यह स्थिति मंगलवार से शुरू हुई कोहरा चार-पांच दिन तक चलने के आसार है। शीतलहर भी चलने की उम्मीद बताई जा रही है। ठंडी हवा से गलन भरी सर्दी का एहसास हो रहा है। बाजारों में वैसे तो आज मंगलवार के कारण अलवर के ज्यादातर बाजार बंद रहते हैं लेकिन फिर भी सूनापन देखा गया।
कश्मीर घाटी में रात के तापमान में मामूली सुधार हुआ लेकिन यहां के निवासियों को कड़ाके की ठंड से कोई राहत नहीं मिली। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को यह जानकारी दी। मौसम विभाग ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में अगले 24 घंटे में मौसम शुष्क रहने के आसार हैं। उन्होंने बताया कि उत्तरी कश्मीर का गुलमर्ग सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान एक दिन पहले सबसे कम शून्य से 10.0 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले शून्य से 9.0 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।
जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से 4.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि पिछली रात शून्य से 5.4 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया था, जो सामान्य से 2.3 डिग्री सेल्सियस कम है। दक्षिण कश्मीर के पर्यटन स्थल पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 7.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि पिछली रात तापमान शून्य से 9.6 डिग्री सेल्सियस नीचे था।
दक्षिण कश्मीर में श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर काजीगुंड में मंगलवार को न्यूनतम तापमान शून्य से 5.0 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि कुकरनाग में न्यूनतम तापमान शून्य से 4.1 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।
उन्होंने बताया कि कुपवाड़ा में न्यूनतम तापमान शून्य से 5.7 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले शून्य से 5.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2.8 डिग्री सेल्सियस कम है।