पीरियड्स पेन सभी महिलाओं को नहीं होता है. एक तरफ जहां कुछ महिलाएं इस दर्द (Periods Pain) से पूरी तरह अनजान होती हैं, तो वहीं दूसरी तरफ कुछ महिलाओं को यह दर्द (Period Cramps) इतना भयंकर होता है कि वे बिस्तर से भी नहीं उठ पाती हैं.
यदि आप भी उन महिलाओं में शामिल हैं, जिन्हें पीरियड्स के दौरान बहुत अधिक दर्द (Menstrual cramps) का सामना करना पड़ता है या फ्लो अनियंत्रित रहता है तो देसी घी आपको बहुत अधिक फायदा दे सकता है. यहां जानें, देसी घी का उपयोग आपको कैसे करना है और किस तरह ये पीरिड्स पेन को कम करता है…
देसी घी में ऐसी कई नैचरल प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं, जो मसल्स को फ्लैग्जिबल, टिश्यूज को सॉफ्ट और हॉर्मोन्स को बैलंस रखने का काम करती हैं. पीरियड्स पेन का कनेक्शन कहीं ना कहीं इन सभी चीजों से जुड़ा होता है. जब हॉर्मोनल इंबैलेंस कम होता है तो पीरियड्स पेन में भी राहत मिलती है. इसलिए आपको हर दिन अपनी डायट में एक से दो चम्मच देसी घी का सेवन जरूर करना चाहिए. पीरियड्स के दिनों में आप इसका सेवन 2 से 3 चम्मच प्रतिदिन कर सकती हैं.
यदि आपको लैक्टोज़ इंटॉलरेंस है तब भी आप घी का सेवन कर सकती हैं क्योंकि घी में ऐसी कोई प्रॉपर्टी नहीं पाई जाती, जो आपको एलर्जी या रिऐक्शन करे.
देसी गाय के दूध से तैयार एक चम्मच देसी घी में करीब 130 कैलरी, 107 माइक्रोग्राम विटामिन-A,करीब 0.4 माइक्रोग्राम विटामिन-E और 1.1 माइक्रोग्राम विटामिन-K होता हैं, ये सभी आपके शरीर को एनर्जेटिक रखने में मदद करते हैं. जबकि इसी एक चम्मच घी में 15 ग्राम अनसैचुरेटेड फैट भी होता है, जो शरीर के लिए जरूरी होता है.
पीरियड्स पेन में कैसे करें घी का सेवन?
पीरियड्स पेन में राहत पाने और हेल्दी फ्लो को मेंटेन रखने के लिए आप दूध, चाय या कॉफी में एक चम्मच घी डालकर इसका सेवन करें. आपको दर्द (Pain) और मरोड़ (Cramps) में आराम मिलेगा.
पीरियड्स में प्लेन दूध पीने के लिए मना किया जाता है क्योंकि दूध गैस की समस्या को बढ़ा सकता है और पीरियड्स के दौरान पाचन तंत्र कमजोर होने से गैस अधिक बनती है. इसलिए दूध में घी डालकर पिएं.
दाल और सब्जी में घी मिलाकर खाने से स्वाद भी बढ़ता है और हेल्थ भी अच्छी रहती है. आप डेली लाइफ में इस विधि से घी का उपयोग करें.
आप घी और बूरा मिलाकर भी खा सकती हैं.
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