शारीरिक व्यायाम की कमी और कमजोर मेटाबोलिज्म शरीर में यूरिक एसिड की समस्या को बढ़ाने का काम करती है। ये असल में वेस्ट प्रोडक्ट है जिसका जमा होना हड्डियों को प्रभावित कर सकता है। ऐसे में इस समस्या में आपको उन फलों का सेवन करना चाहिए जो कि विटामिन सी, साइट्रिक एसिड और ड्यूरेटिक गुणों से भरपूर हो। ऐसा ही एक फल है आंवला। इसके अलावा भी आंवला में कई ऐसे गुण हैं जो कि इस समस्या को कम करने में मददगार हो सकता है। क्यों और कैसे, जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
जी हां, आंवला (अमला) यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है। आंवला एक प्राकृतिक औषधि है जो शरीर को यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है। यह आंतों को साफ और स्वस्थ रखने में भी मदद करता है।
आप रोजाना ऐसे आंवला का इस्तेमाल कर सकते हैं:
कच्चा आंवला: यदि आपके पास कच्चा आंवला (अमला) है, तो आप रोजाना इसे खाने से लाभ हो सकता है।
आंवला का रस: आप आंवला का रस निकालकर पी सकते हैं। आप इसे नींबू के साथ मिलाकर पीना चाहें तो उससे भी फायदा हो सकता है।
आंवला का मुरब्बा: आंवला का मुरब्बा भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है। आप इसे खाने से पहले डेढ़ चमच आंवला का मुरब्बा खा सकते हैं।
आंवला की चटनी: आप आंवला की चटनी भी बना सकते हैं और इसे भोजन के साथ खा सकते हैं।
ध्यान दें कि आपको इसे नियमित रूप से और समय-समय पर लेना होगा ताकि इसका पूरा लाभ मिले। अगर आपके पास किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या हो, तो सबसे पहले डॉक्टर से परामर्श करें।
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