रविवार को इंग्लैंड के खिलाफ मिली शानदार ऐतिहासिक जीत पर अफगानिस्तान के मुख्य कोच जोनाथन ट्रॉट ने कहा है कि यह जीत न केवल टीम को अत्यधिक आत्मविश्वास देगी बल्कि 50 ओवर के क्रिकेट में अन्य पक्षों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा में टीम के प्रभाव को भी बढ़ाएगी।
रहमानुल्लाह गुरबाज़ की 57 गेंदों में 80 रनों की पारी ने अफगानिस्तान को मजबूती दी, जिसके बाद भारत में अपना पहला विश्व कप मैच खेल रहे इकराम अलीखिल (58) के अर्धशतक ने अफगानी टीम को वापसी दिलाई। उनकी पारी अफगानिस्तान को 284 रनों के चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाने में अहम रही, जिसमें मुजीब उर रहमान और राशिद खान का भी अहम योगदान रहा। इसके बाद मोहम्मद नबी, मुजीब और राशिद की स्पिन तिकड़ी ने इंग्लैंड के 10 में से आठ विकेट लेकर अपनी टीम को 69 रन की शानदार जीत दिलाई।
मैच के बाद आयोजित प्रेस क्रांफ्रेंस में ट्रॉट ने कहा, हमने सोचा था कि हमारे पास एक अच्छा स्कोर होगा, लेकिन हमें अच्छी गेंदबाजी करनी थी और अच्छा क्षेत्ररक्षण करना था और हमने ऐसा किया। इसलिए, मुझे लगता है कि यह बहुत सुखद है और उम्मीद है कि बड़े देशों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करते समय इससे काफी आत्मविश्वास आएगा। इसका न केवल इस विश्व कप में, बल्कि भविष्य में भी अन्य सभी खेलों पर प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा, मैं यह नहीं कह रहा हूं कि अन्य टीमें हमें करीब से नहीं देख रही हैं, हो सकता है कि वे मैच के वीडियो को फिर से देखें, लेकिन हम हर विरोध का सम्मान करते हैं और मैं यह बात लोगों से कहता हूं लेकिन हम किसी से नहीं डरते। हम हर मैच यहां खेलने और जीतने के लिए आएं हैं।”
ट्रॉट को उम्मीद है कि यह जीत दुनिया भर में अफगानिस्तान क्रिकेट के प्रशंसकों के लिए खुशी लाएगी और युवाओं को खेल के लिए प्रेरित करेगी। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि मैं कल या परसों यहां था, मुझे याद नहीं आ रहा है, और कह रहा हूं कि यह सिर्फ क्रिकेट नहीं है जिसके लिए लोग खेल रहे हैं। बहुत से अफगानी लोग प्राकृतिक आपदा और विभिन्न अन्य कारणों से कठिनाइयों से गुजर रहे हैं, और इसलिए, यह जीत न केवल हमारे प्रशसंकों के चेहरों पर मुस्कान ला सकती है, बल्कि लड़कों और लड़कियों को क्रिकेट का बल्ला या क्रिकेट गेंद उठाने और अफगानिस्तान में जहां भी हों, क्रिकेट खेलने के लिए प्रोत्साहित कर सकती है, तो यह उसी तरह का लक्ष्य हासिल कर लिया गया है।