मुंह का कैंसर किसी भी हिस्से में पनप सकता है. जैसे होंठ, मसूड़े, जीभ, गालों की अंदरूनी परत या फिर जीभ के नीचे. मुंह का कैंसर भारत में सबसे आम कैंसर में से एक है. साइंस डायरेक्ट में प्रकाशित 2020 के पेपर के अनुसार, तंबाकू का सेवन मुंह के कैंसर का प्रमुख कारण रहा है. गुटखा, जर्दा, खैनी, सिगरेट, बीड़ी का सबसे ज्यादा सेवन किया जाता है.
मसूड़ों, जीभ, टॉन्सिल या मुंह की परत पर लाल या सफेद मोटे धब्बे दिखाई दे सकते हैं. इसे ल्यूकोप्लाकिया कहते हैं. ज्यादातर ल्यूकोप्लाकिया पैच गैर-कैंसर वाले होते हैं, हालांकि, कुछ कैंसर के शुरुआती लक्षण दिखा सकते हैं. ये तंबाकू के उपयोग के कारण हो सकते हैं.
आपके मुंह में या लसीका ग्रंथियों में गांठ या वृद्धि विकसित हो रही हैं जो दूर नहीं होती हैं. आपको लगातार ऐसा महसूस हो सकता है कि आपके गले में कुछ फंस गया है या गले में खराश का अनुभव हो सकता है. तो इन संकेत को नजर अंदाज ना करें.
बिना किसी स्पष्ट कारण के चेहरे, मुंह या गर्दन के किसी भी क्षेत्र में सुन्नपन, महसूस करने में कमी, दर्द या कोमलता मुंह के कैंसर का संकेत हो सकता है. आप अपने जबड़े में सूजन या दर्द भी विकसित कर सकते हैं. अगर आप डेन्चर का यूज करते हैं, तो वे असुविधाजनक या लगाने में कठिन हो सकते हैं. इन लक्षणों को लगातार इग्नोर ना करें.
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