In this handout photo taken and released by Indian Press Information Bureau (PIB) on April 14, 2020, India's Prime Minister Narendra Modi addresses to the nation during a government-imposed nationwide lockdown as a preventive measure against the COVID-19 coronavirus, in New Delhi. - India's nationwide coronavirus lockdown, the biggest in the world covering 1.3 billion people, will be extended until May 3, Prime Minister Narendra Modi said on April 14. (Photo by Handout / PIB / AFP) / RESTRICTED TO EDITORIAL USE - MANDATORY CREDIT "AFP PHOTO / INDIAN PRESS INFORMATION BUREAU " - NO MARKETING - NO ADVERTISING CAMPAIGNS - DISTRIBUTED AS A SERVICE TO CLIENTS

संदेशखालि में दोषियों को बचाने के लिए प्रताड़ित महिलाओं को धमका रहे टीएमसी के ‘गुंडे’ : मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को तृणमूल कांग्रेस पर ‘वोट बैंक’ की राजनीति का आरोप लगाया और दावा किया कि राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी के ‘गुंडे’ दोषियों को बचाने के लिए संदेशखालि की प्रताड़ित महिलाओं को धमकी दे रहे हैं।

संदेशखालि में तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ यौन शोषण के आरोप सामने आने के बाद पिछले कुछ समय से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और प्रदेश की सत्तारूढ़ पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जोरों पर है।

राहुल गांधी का नाम लिए बिना उन्होंने दावा किया कि लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को देशभर में अपने ‘शहजादे’ की उम्र से भी कम सीट मिलेगी।

मोदी ने उत्तर 24 परगना जिले के बैरकपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के शासन में राज्य में हिंदू दोयम दर्जे के नागरिक बन गए हैं।

उन्होंने जोर देकर कहा, ‘‘जब तक मोदी है, कोई भी सीएए (नागरिकता संशोधन कानून) को कोई रद्द नहीं कर सकता।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी ने देखा है कि तृणमूल कांग्रेस ने संदेशखालि की बहनों और माताओं के साथ क्या किया। टीएमसी के गुंडे अब संदेशखालि में महिलाओं को धमकी दे रहे हैं क्योंकि मुख्य अपराधी का नाम शाहजहां शेख है। टीएमसी संदेशखालि के दोषियों को बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।’’

उनकी टिप्पणी सोशल मीडिया पर सामने आए कई कथित वीडियो की पृष्ठभूमि में आई, जिनमें दावा किया गया है कि भाजपा के एक स्थानीय नेता ने संदेशखालि की कई महिलाओं से सादे कागजों पर हस्ताक्षर करवाए जिन्हें बाद में टीएमसी नेताओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायतों के रूप में पेश किया गया।

हालांकि, प्रधानमंत्री ने सीधे तौर पर उन वीडियो का जिक्र नहीं किया।

वेब वार्ता उन वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है, जिनसे पिछले कुछ दिनों से राज्य में राजनीतिक विवाद उबाल पर है।

यह दावा करते हुए कि तृणमूल कांग्रेस के शासन में बंगाल भ्रष्टाचार का केंद्र और ‘बम बनाने का कुटीर उद्योग’ बन गया है, मोदी ने कहा कि राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी ने वोट बैंक की राजनीति के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।

उन्होंने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस ने बंगाल में वोट बैंक की राजनीति के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है, जहां आप श्रीराम का नाम नहीं ले सकते और न ही रामनवमी मना सकते हैं। तृणमूल कांग्रेस के शासन में हिंदुओं को बंगाल में दोयम दर्जे का नागरिक बना दिया गया है।’’

बाद में हुगली में एक अन्य रैली में मोदी ने दावा किया, ‘‘इस बार कांग्रेस को अपने शहजादे (राहुल गांधी) की उम्र से भी कम सीटें मिलेंगी।’’

कांग्रेस नेता राहुल गांधी 53 साल के हैं।

पिछले हफ्ते, प्रधानमंत्री ने एक रैली में कहा था कि आगामी लोकसभा चुनावों में कांग्रेस ‘हाफ सेंचुरी’ भी नहीं लगा पाएगी और उसकी सीटों की संख्या अब तक के सबसे न्यूनतम स्तर पर रहेगी।

मोदी ने कहा, ‘‘टीएमसी भी सरकार नहीं बना सकती। विपक्ष में भी वह कुछ नहीं कर सकती। कांग्रेस और वाम दल भी सरकार नहीं बना पा रहे हैं। केवल भाजपा नीत राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) ही आपको स्थिर और मजबूत सरकार दे सकता है।’’

विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन पर ‘तुष्टीकरण की राजनीति’ करने का आरोप लगाते हुए मोदी ने दावा किया कि कांग्रेस और उसके अन्य घटक हार को भांपते हुए अलग-अलग बयान दे रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘राम मंदिर बना तो इनकी नींद उड़ गई है। इन लोगों ने राम मंदिर का भी बहिष्कार किया हुआ है। अरे, 500 साल तक जिस राम मंदिर के लिए हम सभी के पूर्वजों ने संघर्ष किया, उनकी आत्मा आपके ये कारनामे देख रही है। टीएमसी, कांग्रेस वालों, कम से कम पूर्वजों के त्याग, तपस्या और बलिदान… उसका तो अपमान मत करो। भगवान राम का बहिष्कार, ये बंगाल की संस्कृति नहीं है।।’’

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